Saturday, May 24

प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के रक्सौल पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत,कहा-‘भारत को पाक से नहीं बल्कि चाइना से है असली लड़ाई!’

रक्सौल।(Vor desk)। प्रसिद्ध कथावाचक एवं वृंदावन स्थित गौरी गोपाल आश्रम के संस्थापक अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का रक्सौल पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ।भारत विकास परिषद की रक्सौल शाखा द्वारा आयोजित एक दिवसीय भक्ति सत्संग एवं प्रवचन हेतु वे रक्सौल शहर के लक्ष्मीपुर स्थित वाई. एस. रिसोर्ट में गुरुवार की देर शाम पहुंचे जहां उन्होंने भक्तों को अपनी भक्तिमय भजन और कथा से ओत प्रोत किया ।

इस दौरान उन्होंने भागवत कथा और राजनीति पर खुल कर अपनी बात रखी।उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले पर कड़े रुख का समर्थन करते हुए कहा कि भारतीय सेना पर हमें गर्व है। आतंकियों ने धर्म पूछ कर कत्लेआम किया गया जिसके बदले में आपरेशन सिंदूर शुरू हुआ। आतंकियों का खात्मा हुआ।जब भी ऐसा हो हमेशा ऐसे ही करवाई होनी चाहिए।ऑपरेशन सिंदूर जारी रहना चाहिए।

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा प्रकरण पर चर्चा करते हुए कहा कि पाक से यारी और भारत से गद्दारी माफी योग्य नहीं।हमें अपना राष्ट्र धर्म नहीं भूलना चाहिए,भले ही भूखे रहना पड़े।हमारा पहला धर्म राष्ट्र सेवा है,इसे याद रखना चाहिए।उन्होंने शपथ दिलाते हुए कहा कि राष्ट्र से गद्दारी किसी कीमत पर नहीं होनी चाहिए।

कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि पाकिस्तान को पाकिस्तान मानने की बजाय चाइना मानना चाहिए।उसी अनुरूप सेना को तैयारी करना चाहिए,उससे निपटना चाहिए।पाक के साथ ही चीन और उसके संगी साथी सहयोगी देशों से सतर्क रहना चाहिए।उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का अस्तित्व ना के बराबर है।पाकिस्तान और चाइना एक ही हैं।हमारी असली लड़ाई चाइना से है।पाकिस्तान ने तो भारत के सेना के शौर्य के सामने घुटने टेक दिए।लेकिन,आगे भाया पाक चाइना से लड़ना होगा।इसके लिए भारत की जनता को तैयार रहना होगा।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातीय जनगणना कराने की घोषणा पर कहा कि जातिवाद खत्म होना चाहिए।हमें सनातन की बात करनी चाहिए। हम ही अखंड नहीं रहेंगे,तो अखंड भारत कैसे बनाएंगे?उन्होंने कहा कि जातियां बनी है व्यवस्था के लिए।ब्राह्मण, क्षत्रिय,वैश्य और शुद्र चारों आपस में भाई हैं।चारों एक ही पिता की संताने हैं।आपस में लड़ाई झगड़ा से कुछ नहीं होगा।हमें मिल कर रहना होगा,ताकि कोई उंगली न उठा सके।भेद भाव मिटाने के साथ छुआ छूत समाप्त होना चाहिए। हम सनातनियों को संगठित हो कर रहना चाहिए।यदि सनातनी बंटे रहे तो बांग्लादेश ,पाक से जैसे हिंदू खदेड़े गए वैसे ही यहां हम बिखर गए,तो,यहां से भी खदेड़े जाएंगे।उन्होंने कहा कि हम जात में नहीं बंटे।बिहार सहित पूरे देश में जातिवाद है।हम सभी सनातनी एक हैं,इसी भाव से कार्य करना चाहिए।

अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि बिहार नशा मुक्त हो।यहां के बच्चों को अच्छी पढ़ाई कराई जाए।बच्चे नौकरी लेना वाला नहीं देना वाला बनाना चाहिए । देश को बदलना है तो अपने विचारों को बदले ।बच्चों को अखंड की शिक्षा दें,तभी भारत अखंड रहेगा ।

प्रवचन के दौरान उन्होंने भागवत के साथ रामायण कथा की चर्चा भी की।मिथिला का मुख्य भजन जो शादी विवाह में बहुत गाए जाने वाले लोक गीत -‘ चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखियां , आज मिथिला नगरिया निहाल सखियां जैसे गायन से उन्होंने भक्तों में भक्ति का जोश भर दिया।श्रद्धालु और भक्त झूमते दिखे।

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