Sunday, November 24

‘स्वच्छ रक्सौल’ ने जन प्रतिनिधि- अधिकारी व ठेकेदार गठजोड़ पर रक्सौल को बर्बाद करने का लगाया आरोप!

स्वच्छ रक्सौल द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस


रक्सौल।( vor desk )।कतिपय जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों के गठजोड़ व कमीशनखोरी के कारण यहां व्याप्त भ्र्ष्टाचार ने रक्सौल के विकास को रोक रखा है।जनता के पैसे में जम कर लूट खसोट हो रही है।जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के लूट खसोट का नतीजा है कि टेंडर में ठेकेदारों को चालीस पचास प्रतिशत कमीशन दे देना पड़ रहा है।वे भी रो रहे हैं।शहरवासी भी रो रहे हैं।ऐसे में स्वच्छ -सूंदर रक्सौल का निर्माण व विकास कैसे होगा।इस मुद्दे पर स्वच्छ रक्सौल चुप नही बैठने वाली।शहरवासियों को भी जगना होगा।लड़ना होगा।क्योंकि यह रुपया हमारी गाढ़ी कमाई से दिए गए टैक्स का है।यह शहर हमारा है।इसे बचाने के लिए आगे आना ही होगा।उक्त बातें स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि हम चुप नही बैठेंगे।हम खोजेंगे।पूछेंगे।लड़ेंगे।भले ही वो हमें मार दें।लेकिन,हम इस तरह अपने शहर को बर्बाद होते नही देख सकते।सड़के बनने के साथ ही टूट रही हैं।वायदा कर वायदा खिलाफी की जा रही है।उन्होंने सवाल किया कि 40-50 प्रतिशत कमीशन किसको और क्यों चाहिए।इसका जवाब देना होगा।उन्होंने कहा कि कमाने और लूटने में फर्क होता है।जन प्रतिनिधि-अधिकारी व ठेकेदार गठजोड़ ‘घोटाला ‘कर रक्सौल को बर्बाद कर रहे हैं।इसकी जांच होनी चाहिये।इसके खिलाफ आवाज बुलंद होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि हमने शहर के कई वार्डो में सोशल ऑडिट की पहल की है।जहां नंगी आंखों से घोटाले को देखा जा सकता है।

उन्होने विवरण देते हुए बताया कि रक्सौल नगर परिषद के सभी 25 वार्ड मे सड़क नाला निर्माण के लिए 8 करोड़ 27 लाख 80 हजार 507 रुपये की राशि का आवंटन विभागीय तौर पर हुआ है।।लेकिन प्रायः हर वार्ड मे सड़क और नाला बनने के साथ ही टूटना शुरु हो जा रहा है।गांवों में भी यही स्थिति है।

शहर के वार्ड नंबर 18 मे 500 मिटर नाला निर्माण लगभग 11 लाख मे होना है। इसमे दावा व गुणवत्ता के विपरीत 12 /1 का मसाला इस्तेमाल हो रहा है।घटिया निर्माण की वजह से सड़क बनने के साथ ही टुटने के कगार पर है।वार्ड नंबर 17 में विधायक कोष से जिस सड़क का निर्माण बीस रोज पूर्व हुआ है ।गुणवत्ताहीनता व घोटाले की वजह से यह सड़क बनने के साथ ही टूटने लगी है। जिसको लेकर स्थानीय लोगों मे आक्रोश है।

उन्होंने रक्सौल नगर परिषद मेंं व्याप्त भ्रष्टाचार का भण्डा फोड़ करते हुए कहा कि करोड़ो रूपये का घोटाला हो चुका और हो रहा है।सवाल करने पर जान मारने की धमकी दी जाती है।प्रलोभन दे कर चुप कराने की कोशिश होती है।लेकिन,हम चुप नही रह सकते।हम अभियान चला कर घोटाले को जनता के सामने लाएंगे।

उन्होंने इस हालत के लिए रक्सौल के नगर परिषद के निर्वाचित जन प्रतिनिधियो व पदाधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया।कहा कि उन्होंने कुर्सी हासिल करने के बाद उसे माल कमाने का जरिया बना लिया है।उन्हें उस शहर से कोई हमदर्दी नही,जहां से वे चुने गए हैं ।जहां उन्हें भी रहना है।

संस्था के अध्यक्ष रंजीत सिंह ने बताया कि केंद्र व बिहार सरकार रक्सौल को विकसित करने के लिए करोड़ो रुपए खर्च कर रही है। लेकिन आवंटित रकम की आधी राशी भ्र्ष्टाचार की बलि चढ़ जा रही है।यहां गिद्ध बैठे हैं ,जो, रक्सौल को नोच कर खा रहे हैं।

उन्होंने रक्सौल विधायक पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने वायदा किया था कि दो वर्षों में रक्सौल की सभी सड़के चका चक व पक्की बन जाएगी।लेकिन, ऐसा नही हुआ।

उन्होंने रक्सौल के स्टेशन रोड व नहर रोड निर्माण में लापरवाही व गुणवत्ता में कमी का मसला उठाते हुए कहा कि यहां के जन प्रतिनिधि क्यों सोएं हुए हैं?क्या उन्हें घर बैठे लिफाफा मिल रहा है।इसीलिए?वे जनता के सामने आये और जवाब दें।

उन्होंने साढ़ के आतंक का मामला उठाते हुए कहा कि साढ़ पकड़ने में भी घोटाला हुआ है।यही कारण है कि पिछले दिनों शहर के नागा रोड में एक छात्रा जख्मी हो गई।उसे हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा।इलाज में हजारों खर्च हुए।उस परिवार को कोई मुआवजा नही दिया गया।

उन्होने रक्सौलवासियो से आह्वान किया कि भ्रष्ट गठजोड़ के विरुद्ध आगे आएं ।मीडिया इस घोटाले को उजागर करे।इस अभियान को सहयोग करे। रक्सौल की बेहतरी तभी सम्भव होगी।

उन्होंने कहा कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियो और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ आवाज उठाकर उन्हेंं रक्सौल व चम्पारण से बाहर का रास्ता दिखाने की जरूरत है।

इस अवसर पर संस्था के सचिव डा मुराद आलम, उपसचिव ओमप्रकाश ठाकुर,अरबिन्द जायसवाल,मनोज श्रीवास्तव,राजन कुमार, राज कुमार गुप्ता,अमलेश श्रीवास्तव,आलोक कुमार ,भारत भूषण कुमार, सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।जिन्होंने आम अवाम को जगने और अपने अधिकारों के प्रति सजग होने की अपील की।उन्होंने कहा कि अपनी जिंदगी में आने वाले नस्लो के लिए कुछ किया जाए।वरना अपने आप को हम माफ नही कर पाएंगे।इस राह में परेशानी,अड़चन,दवाब आएगा।लेकिन अगली पीढ़ी और रक्सौल की बेहतरी के लिए सँघर्ष करना होगा।हम तो बस इतना चाहते हैं कि क्वॉलिटी के साथ काम हो।स्वच्छ व सुंदर रक्सौल बने।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected , Contact VorDesk for content and images!!