नई दिल्ली/रक्सौल।(vor desk )। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंवादी हमले में प्रयोग हुआ आरडीएक्स पाकिस्तान से लाया गया था। सूत्रों का कहना है कि विस्फोटक नेपाल के रास्ते भारत में लाया गया था। जांच में यह भी पता चला है कि पाकिस्तान में बैठा आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से ट्रेंड आतंकियों को भारत में दाखिल कराया था।
*बॉर्डर हुआ संवेदनशील
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की आईएसआई जम्मू कश्मीर में सोशल मीडिया और मदरसों के जरिए ई-टेररिज्म फैला रही है।इसके तार भी नेपाल से जुड़े हुए बताए गए हैं। बताया गया है कि कश्मीरी बच्चों का ब्रेन वाश कर आतंकवादी बनाया जा रहा है। इस घटना के बाद भारत-नेपाल बॉर्डर को बांग्लादेश की सीमा से भी ज्यादा संवेदनशील माना जा रहा है।सुरक्षा सलाहकारों का कहना है कि भारत को तत्काल भारत-नेपाल बॉर्डर पर चौकसी बढ़ानी चाहिए।जिसके बाद बॉर्डर पर अलर्ट जारी है।
इस आतंकी हमले की जांच में एजेंसियां जुटी हुईं हैं. सूत्र बताते हैं कि विस्फोटक आरडीएक्स इतनी बड़ी मात्रा में स्थानीय लेवल पर बनाना आसान नहीं है।कश्मीर घाटी मे तैनात रह चुके भारतीय सेना के पूर्व ब्रिगेडियर हेमंत महाजन के मुताबिक पाकिस्तान देश में आतंकी साजिशों को अंजाम देने के लिये भारत-नेपाल सीमा का इस्तेमाल कर रहे हैं। पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और आईएसआई एजेंटों की नेपाल के रास्ते भारत में घुसपैठ घातक हथियारों और आरडीएक्स जैसे विस्फोटकों की बड़ी खेप नेपाल के रास्ते लाये जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। चूंकि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी सीमा पर भारतीय सेना बेहद चौकसी बरत रही है, लिहाजा बड़े विस्फोटकों के जखीरे के साथ घाटी में घुसना टेढ़ी खीर है और पाकिस्तानी आतंकी सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिये नेपाल, बंग्लादेश जैसे देशों से होते हुये भारत में आतंकी साजो-सामान भेज रहे हैं।
नेपाल-भारत सीमा से सटे उत्तर प्रदेश, बिहार में आईएसआई के एजेटों की सरगर्मी हाल के दिनों में बढ़ी है, जिनकी मदद से विस्फोटक सड़क के जरिये चोरी-छुपे जम्मू कश्मीर तक लाने में पाकिस्तानी आतंकी संगठन सफल हो रहे हैं।
रिटायर्ड ब्रिगेडियर हेमंत महाजन ने कहा, ‘घाटी मे सेना घुसपैठ को बंद कर चुकी है। इतना बड़ा विस्फोटक का जखीरा सीमा पार से दूसरे रूट से लाया लाया गया होगा।नेपाल बार्डर का इस्तेमाल हुआ हो सकता है।’
*सफेद पाउडर की तरह होता है आरडीएक्स
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा को धमाके से दहलाने से पहले पाकिस्तान में इस आतंकी हमले की साजिश इमरान खान सरकार की नाक के नीचे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने नापाक पाकिस्तान में रची और कश्मीर तक बड़ी मात्रा में आरडीएक्स विस्फोटक और घातक गोला-बारूद और बंदूकें सीमापार से पहुंचाई।यह विस्फोटक बेहद शक्तिशाली होता है। ये सफेद रंग का नमक की तरह पाउडर होता है। द्वितीय विश्व युद्ध में इस विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।ये टीएनटी विस्फोटक से भी ज्यादा शक्तिशाली विस्फोटक है, जिसका महज सेना इस्तेमाल कर सकती है। इसी वजह से साफ होता है कि आतंकियों को आरडीएक्स सप्लाई पाकिस्तानी आर्मी की करतूत है।
जानकार मानते हैं कि सीमापार से आतंकवादी जब कश्मीर में अपने तयशुदा ठिकानों पर पहुंचते हैं तब वह विस्फोट की प्लानिंग करते हैं। आतंकियों ने जम्मू कश्मीर में अपनी कई स्थानीय सेल बना रखी है, जो आतंकी वारदातों को अंजाम देने में पाकिस्तानी आतंकियों की मदद करते हैं।जम्मू कश्मीर में विस्फोटक आरडीएक्स पाउडर को ट्रांस्पोर्ट करते वक्त आतंकी इसे कोयले के बीच बेहद खुफिया तरीके से मिलाकर रखकर ले जाते हैं। लिहाजा, सुरक्षा एजेंसियों की नजर से बच निकलते हैं।
पिछले ही दिनों पाकिस्तान में खुले आम घूम रहे आतंकी मौलाना मसूद अजहर ने उसके आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद की जम्मू कश्मीर समेत भारत भर में सरगर्म रहने और आतंकी घटनाओं से देश और दुनियां को दहलाने की खुले आम धमकी दी थी। मोस्ट वांटेड की इस धमकी के बाद पुलवामा आतंक का शिकार बना। इसके बाद से ही संयुक्त राष्ट्र संघ समेत दुनियाभर के राष्ट्रों के सामने पाकिस्तान की आतंकी साजिश की कलई खुल चुकी है।