✍🏽श्रीनगर,। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोर के पास गोरीपोरा में वीरवार को उड़ी से भी बड़ा हमला हुआ। जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती दस्ते अफजल गुरु स्क्वाड के स्थानीय आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास ने विस्फोटकों से लदी स्कार्पियो को सीआरपीएफ के काफिले में शामिल जवानों से भरी एक बस को उड़ा दिया। इस शक्तिशाली विस्फोट में 44 जवान शहीद और 44 जख्मी हो गए। काफिले में शामिल तीन अन्य वाहनों को भी भारी क्षति पहुंची है। सभी घायल जवानों को उपचार के लिए बादामी बाग सैन्य छावनी स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल में दाखिल कराया गया है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने विस्फोट स्थल के आसपास के इलाके को घेरते हुए तलाशी अभियान चला रखा है।
धमाके के बाद अवंतीपोरा से लेकर बिजबिहड़ा तक हाईवे पर आम वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया है।आतंकियों का निशाना बना वाहन जम्मू से श्रीनगर की तरफ आ रहे सीआरपीएफ के जवानों के काफिले का हिस्सा था। काफिले में करीब 40 वाहन थे। अपरान्ह करीब सवा तीन बजे जब यह काफिला दक्षिण कश्मीर में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर गोरीपोरा (अवंतीपोर) के पास पहुंचा तो अचानक एक कार तेजी से काफिले में घुसी। आत्मघाती कार चालक ने सीआरपीएफ जवानों की एक बस के सथ टक्कर मार दी। इसके बाद वहां जोरदार धमाके की आवाज आई और कार धू-धू कर सड़क पर जलने लगी। बस के एक हिस्से में भी आग की लपटें निकलने लगी।
धमाके की आवाज से पूरा इलाका दहल गया और आसमान में काले धुएं के गुब्बार के साथ सड़क पर लोगों को रोने चिल्लाने की आवाजें आने लगी। काफिले में शामिल अन्य वाहन तुरंत रुक गए और उनमें सवार जवान जब बाहर निकल रहे थे तो वहीं एक जगह पोजीशन लिए बैठे आतंकियों ने उन पर गोलियां भी दागी। जवानों ने तुंरत अपनी पोजीशन लेकर जवाबी फायर किया। बताया जा रहा है कि जवाबी फायर पर आतंकी वहां से भाग निकले। आतंकी हमले का निशाना बनी बस सीआरपीएफ की 54वीं वाहिनी की है।
इस बीच, जवानों ने पूरे इलाके को घेरते हुए विस्फोट से तबाह हुई बस में जख्मी और मृत जवानों को बाहर निकलवा अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया। स्थिति इतनी भयावह थी कि धमाके की चपेट में आयी बस में सवार कई जवानों के चिथड़े तक उड़ गए थे। आतंकियों द्वारा धमाके में इस्तेमाल कार में सवार आत्मघाती आतंकी आदिल अहमद के भी मारे जाने का दावा किया जा रहा है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि 12 जवान मौके पर ही शहीद हो गए थे, जबकि चार अन्य ने अस्पताल ले जाते हुए रास्ते में दम तोड़ा। 11 अन्य जवानों की अस्पताल में शहादत पाई। विस्फोट की सूचना मिलते ही राज्य पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के आलाधिकारी भी अपने दल बल समेत मौके पर पहुंच गए।गौरतलब है कि 18 सितंबर, 2016 में उड़ी में सैन्य के मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में 18 जवान शहीद व 30 घायल हो गए थे।
शहीद जवानों के लिए नम हुई देशवासियो की आंखे,गम का आलम,कायराना हमले की निंदा
रक्सौल।(vor desk)।पिछले कोई दो सालों से ज्यादा वक्त से भारत आतंकी हमलों से खुद को महफूज समझ रहा था, लेकिन गुरुवार की शाम को आतंकियों ने कश्मीर के पुलवामा में भीषण हमला कर थर्रा दिया। इस कायराना फिदायीन अटैक में सीआरपीएफ के 44 जवानों के अब तक शहीद होने की खबर है।कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले ने पूरे देश को दहला दिया है। इसको लेकर पूरे देश में गुस्सा है। पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के इशारे पर हुए इस हमले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पड़ोसी मुल्क अपनी नापाक हरकतों से मानने वाला नहीं है। 2016 में उरी में हुए हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को जरूर मुंहतोड़ जवाब दे दिया गया था, लेकिन इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है।
*व्यर्थ नहीं जाएगा जवानों का बलिदान
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद पीएम मोदीने ट्वीट कर इस हमले की निंदा की है। पीएम ने कहा, ‘पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुआ हमला बेहद घृणित है। मैं इस कायराना हमले की कठोर निंदा करता हूं। हमले में शहीद हुए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश शहीदों के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हों।’
*ऐक्टिव मोड में सरकार
वहीं हमले के बाद केंद्र सरकार ऐक्टिव मोड में आ गई है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, सीआरपीएफ के डीजी आर आर भट्नागर से बात की। राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को पटना में होने वाली रैली कैंसल करते हुए कश्मीर का दौरा करेंगे। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारअजित डोभालने सीआरपीएफ के सीनियर अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम पर जानकारी ली। डोभाल पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
*सांसद -बिधायक ने कहा -‘मुहतोड़ जवाब मिलेगा!’
इधर,भाजपा सांसद डॉ0 संजय जायसवाल ने रक्सौल में आतंकी घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अब आर पार होगा।मोदी सरकार इस बार आतंकियों को उनकी औकात बता देगी।शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नही जाएगा।
जबकि,राजद विधायक डॉ शमीम ने आतंकी घटना की निंदा करते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। कहा कि अब मोदी सरकार को हाथ पर हाथ रख बैठने की बजाए कार्रवाई करनी चाहिए।
गुस्सा और निंदा
वहीँ, पूर्व मंत्री श्याम बिहारी प्रसाद,पूर्व मंत्री वीरेंद्र प्रसाद कुशवाहा,वरिष्ठ भाजपा नेता अर्जुन भारतीय ,सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष महेश अग्रवाल,भाजपा के सांगठनिक जिला रक्सौल इकाई के उपाध्यक्ष डॉ0 प्रो0 अनिल सिन्हा, राजकुमार गुप्ता,नगर अध्यक्ष भैरव गुप्ता समेत जनता दल यू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद सिन्हा,जिलाध्यक्ष कपिल देव प्रसाद उर्फ भुवन पटेल ने एक स्वर से आतंकी घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए मोदी सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि देश की जनता आतंकियों को सबक सिखाने के पक्ष में है।अब सीधी कार्रवाई होनी चाहिए।खून का बदला खून से लेना होगा। नेता सुरेश यादव व कांग्रेस नेता राम बाबू यादव ने कहा कि आतंकवाद से कोई समझौता नही होना चाहिए।
वहीँ, मीडिया फ़ॉर बॉर्डर हार्मोनी संगठन के सचिव दीपक अग्निरथ समेत केंद्रीय सदस्य मुनेश राम,राजेश केशरीवाल,लव कुमार आदि ने एक स्वर से आतंकी हमले को कायराना बताते हुए कहा कि अब और बर्दास्त करने की बजाए आतंकवाद के खिलाफ आर पार की जंग होनी चाहिए।