रक्सौल।( vor desk)।बिहार सरकार के द्वारा निजी हॉस्पिटल में कोविड के उपचार की व्यवस्था करने के जारी दिशा निर्देश के तहत अनुमंडल स्तर पर रक्सौल स्थित डंकन हॉस्पिटल को डेडिकेटेड कोविड 19 हेल्थ केयर सेंटर की मान्यता मिल सकती है।
यदि प्रशासनिक समीक्षा में यह हॉस्पिटल सरकार द्वारा निर्धारित मानक पर खरा उतरा ,तो,यहां कोविड 19 केयर सेंटर की शुरुवात हो सकती है।इसको ले कर रक्सौल प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी को विभागीय रिपोर्ट भेज दी गई है।इसको ले कर जिलाधिकारी कपिल शीर्षत अशोक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से डंकन हॉस्पिटल में मौजूद सुविधा -संसाधन की समीक्षा भी की है।सब कुछ ठीक ठाक रहा,तो,इस सेंटर का शुभारंभ कर दिया जाएगा।यदि हरी झंडी मिल गई तो अरेराज डेडीकेटेड कोविड सेंटर के साथ ही शुक्रवार की सन्ध्या पांच बजे सीएम इस सेंटर का भी शुभारंभ कर सकते हैं।हालांकि,अब तक इसकी आधिकारिक घोषणा नही की गई है।
बता दे कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद डॉ0 संजय जायसवाल द्वारा डंकन हॉस्पिटल में 40 बेड का कोविड हॉस्पिटल बनाने की घोषणा की थी।इसी के बाद जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की टीम ने डंकन हॉस्पिटल का निरीक्षण किया और तैयारी का जायजा लिया।साथ ही हॉस्पिटल में उपलब्ध सुविधा-संसाधन की वीडियो ग्राफी कर जिलाधिकारी को प्रेषित की गई।सम्भावना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रक्सौल बॉर्डर के इस महत्वपूर्ण हॉस्पिटल में कोविड यूनिट का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जायजा लें और शुभारम्भ करें।इस मामले को ले कर पूर्वी चम्पारण के स्वास्थ्य विभाग के एसडीसी व कोविड 19 के नोडल पदाधिकारी सुधीर कुमार,एसडीओ सुश्री आरती,बीडीओ संदीप सौरभ ,पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसके सिंह आदि ने डंकन हॉस्पिटल पहुंच कर जायजा लिया।
इस दौरान टीम ने डंकन हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ प्रभु जोसफ,प्रशासक चन्देश्वर सिंह आदि के साथ बैठक की और तैयारियों का जायजा लिया।
हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ प्रभु जोसफ के अनुसार, कोविड मरीजो के लिए अलग कोविड ब्लॉक बनाया गया है।साथ ही कोविड केयर सेंटर के लिए 50 बेड रेडी पोजिशन में है।जबकि, इमरजेंसी वार्ड के अलावे यहां पांच बेड का आईसीयू वार्ड बनाया गया है।जिसमे ऑक्सीजन सिलेंडर समेत 3 वेंटिलेटर समेत अन्य सुविधा मौजूद है।जरूरत पड़ने पर बेड की संख्या बढ़ाई जा सकती है।बताया गया है कि हॉस्पिटल के दो मंजिले भवन में यह कोविड केयर सेंटर शुरू किया जाना है।अलग लैब की भी व्यवस्था है।जहां कोविड 19 की जांच हो रही है।
बताया गया है कि संदिग्ध मरीजो के आने पर कोविड ब्लॉक में जांच के बाद ही जेनरल वार्ड में प्रवेश दिया जा रहा है।एसडीसी सुधीर कुमार के मुताबिक,डंकन प्रशासन से समझौता व आवश्यक तैयारी पूरी होने के बाद इसकी शुरुवात शीघ्र की जाएगी।यहां किफायती दर पर कोविड मरीजो का उपचार हो सकेगा।
इस बाबत रक्सौल पीएचसी प्रभारी डॉ0 एसके सिंह ने बताया कि डंकन हॉस्पिटल में सभी व्यवस्था उपलब्ध है।अस्पताल द्वारा उपचार के दर सम्बंधी प्रस्ताव भेज दिया गया है।इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग को प्रेषित कर दी गई है।हालांकि,उन्होंने साफ कहा कि उद्घाटन या सीएम के वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए कोई अधिकृत सूचना नही मिली है।
बताते हैं कि बिहार सरकार के निर्देश के अनुसार, उपचार का दर जिलाधिकारी को निर्धारण करना है।सूत्रों ने बताया कि इलाज के लिए भर्ती होने वाले मरीजो को निर्धारित दर का भुगतान करना होगा।
इधर,उद्घाटन के मसले पर पूछे जाने पर रक्सौल एसडीओ सुश्री आरती ने बताया कि सीएम कब वीडियो कांफ्रेंसिंग करेंगे।या उद्घाटन करेंगे।इसकी कोई अधिकृत सूचना अब तक नही मिली है।
बताते चले कि डीएम कपिल शीर्षत अशोक के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के देख रेख में उक्त डंकन हॉस्पिटल में 6 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया था।जिसमे तीन पुरुष,तीन महिला व तीन बच्चों के लिए बेड की व्यवस्था थी।सूत्रों के मुताबिक,इस तैयारी के बावजूद एक भी मरीज को वहां भर्ती नही किया गया।
बताते हैं कि डंकन हॉस्पिटल आयुष्मान भारत मिशन के तहत उपचार की स्वीकृति के लिए पहले से ही प्रयासरत रहा है।इसको ले कर स्वास्थ्य विभाग में फाइल लम्बीत है।तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ रिजवान अहमद ने खुद निरीक्षण भी किया था।लेकिन,मामला अब तक अधर में लटका हुआ है।
बता दे कि डंकन हॉस्पिटल इमानुएल हॉस्पिटल एसोसिएशन की इकाई है।जो 1930 में स्थापित हुई थी।