रक्सौल।( vor desk )।एनडीआरएफ की टीम ने बंगरी नदी में डूबे मजदूर का शव बरामद कर लिया है।लेकिन,अब तक मृतक के परिजनों को मुआवजे की राशि नही मिल सकी है।
बता दे कि गुरुवार को करीब एक बजे दिन में बंगरी नदी में बांध बांधने के समय अचानक लक्ष्मी प्रसाद चौरसिया नामक 28 वर्षीय मजदूर तेज धारा में बह गया।ग्रामीणों ने नदी में शव को काफी खोजबीन की।लेकिन,शव बरामद नही हुआ।तब प्रशासन को खबर की गई।जिसकी पहल पर एनडीआरएफ की टीम करीब पांच बजे शाम में पहुंची।और शव की तलाश शुरू की।यह सिलसिला रात के दस बजे तक चला।लेकिन,सफलता नही मिली।
इस क्रम में स्थानीय मुखिया शम्भू साह,सीओ विजय कुमार ,इंस्पेक्टर अभय कुमार,एसआई सूरज पासवान,आदि कैम्प किये रहे।
वहीं,भाजपा विधायक डॉ अजय कुमार सिंह ने भी पहुंच कर परिजनों को सांत्वना दी और शीघ्र मुआवजा देने की पहल का निर्देश दिया।वही,राजद नेता सुरेश यादव ने भी पहुंच कर परिजनों से मुलाकात की।और सात्वना दी।
इधर,शुक्रवार की अहले सुबह से ही दो बोट के साथ एनडीआरएफ टीम खोज में जुट गई।जिसे काफी मशक्कत से सफलता मिली।शव को दूसरे दिन शुक्रवार को करीब 4 बजे शाम में बरामद किया गया।बताया गया कि शव गांव से करीब 800 मीटर आगे बरामद किया गया।इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेजा गया।सीओ विजय कुमार का कहना है कि मृतक के परिजनों को नियम अनुसार 4 लाख मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जबकि,इस दुःखद घटना से परिजन समेत गांव में शोक रहा।
स्थानीय शंभु प्रसाद चौरसिया ने बताया कि बंगरी नदी के कटाव से गांव पर खतरा हो गया था।जिससे अस्थाई बांध बांधने की कवायद चल रही थी।इसी बीच यह घटना घटित हुई।उन्होंने बताया कि मृतक अपने माता पिता का इकलौता पुत्र था।इस हादसे से परिजन विचलित हो गए हैं।
जबकि, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष ब्रज भूषण पांडे का कहना है कि यह कार्य सिंचाई विभाग के ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा था।जिसकी लापरवाही से यह घटना घटी।उसने मजदूरों को बिना लाइफ जैकेट के काम लिया,जिससे यह हादसा हुआ।इसकी जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए।