Sunday, November 24

कोरोना के बढ़ते मामले को ले कर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुँची रक्सौल,प्रशासन व स्वास्थ्यकर्मियों के साथ हुई मीटिंग!

हाई लाइट

  • रक्सौल में कोरोना ब्लास्ट के बाद डीएम कपिल शीर्षत अशोक गम्भीर
  • आपदा एडीएम अनिल कुमार के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची रक्सौल
  • कोविड 19 मामले के नोडल अधिकारी डॉ0 रणजीत के नेतृत्व में टीम ने लिया जायजा
  • रक्सौल प्रशासन व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हुई मीटिंग
  • रक्सौल में शुरू होगा सेमपीलिंग व रैपिड एंटीजन टेस्ट
  • रक्सौल में लॉक डाउन में सख्ती के साथ नगर परिषद को सील करने के सँकेत
  • रक्सौल नगर परिषद के वार्ड 12,16,20 समेत विभिन्न वार्डो में बनाये गए 15 कण्टोमेन्ट जोन
  • रक्सौल स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 1 पर कोरोना मरीजो के लिए आइसोलेशन कोच रेडी
  • 10 दिन पूरा हो जाने पर संक्रमितों में लक्षण नही मिलने पर माना जायेगा निगेटिव
  • -कण्टोमेन्ट जोन में 28 दिनों तक करना होगा होम कोरेण्टाईन व गाइड लाइन का अनुपालन,नही तो होगी प्राथमिकी
  • बॉर्डर सील होने के बाद भी पहुंच रहे नेपाली नागरिको से संक्रमण का खतरा
  • कोरोना से डरे नही,सतर्क रहें।घर मे रहे ,खुद भी सुरक्षित रहें।दुसरो को भी सुरक्षित करें
  • -समय समय पर हैंड वाश करना,अनिवार्य रूप से मास्क लगाना व सोशल डिस्टेंस का अनुपालन करना न भूले

रक्सौल।( vor desk )।कोरोना गाइड लाइन का अनुपालन नही करना अब भारी पड़ने लगा है।बिहार में फिर 31 जुलाई तक लॉक डाउन कर दिया गया है।यदि लापरवाही जारी रही तो इसके और बढ़ने से इनकार नही किया जा सकता।

इधर,सीमावर्ती रक्सौल में कोरोना ब्लास्ट के बाद हड़कम्प मचा हुआ है।इस महीने 17 जुलाई तक 120 केश मिल चुके हैं।जबकि, दो महिलाओं की मौत हो चुकी है।दो लोगों को मोतिहारी रेफर किया गया है।

इसको ले कर जिलाधिकारी कपिल शीर्षत अशोक भी गम्भीर हैं।उन्होंने खुद सड़क पर उतर कर लोगो को जागरूक करने के साथ कोरोना मामले की मोनिटरिंग शुरू कर दी है।वे कभी भी रक्सौल शहर व बॉर्डर का औचक निरीक्षण कर सकते हैं।स्थिति इतनी गम्भीर है कि रक्सौल स्थित रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 1 पर आइसोलेशन कोच तैनात किया गया है।ताकि,कोरोना संक्रमितों को आइसोलेट किया जाए।और इस चलते फिरते ‘रेलवे के कोरोना अस्पताल’ में इलाज भी किया जा सके।

इधर,डीएम के निर्देश पर गुरुवार को जहां मोतिहारी के एडीएम( आपदा ) अनिल कुमार ने यहां की स्थिति का जायजा लिया था।वही,शुक्रवार की दोपहर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम अचानक रक्सौल पहुंची। टीम ने रक्सौल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सको के साथ एक समीक्षा बैठक की।
टीम में स्वास्थ्य विभाग के पूर्वी चंपारण के कोविड 19 नियंत्रण के नोडल ऑफिसर डॉ रणजीत राय, डीपीएम अमित अचल, डब्लू एचओ के एसएमओ डॉ सुभान अली शामिल थे।जिन्होंने यहां बैठक की।जिसमे ,डॉ0 एस के सिंह,डॉ राजीव रंजन,,डब्लू एचओ के एफएम नरोत्तम कुमार,यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार,केयर के बीएम प्रियरंजन,मूल्यांकन एव अनुश्रवण सहायक सह बीसीएम विपुल कुमार,
डाटा ऑपरेटर निकुंज,लैब टेक्नीशियन दीप राज आदि मौजूद रहे।मीटिंग में कोरोना नियंत्रण के मसले व आगामी रणनीति पर गम्भीर विचार विमर्श किया गया।उन्होंने विभिन्न मसले पर निर्देश दिए और कहा कि कोरोना मामले में डेली रिपोर्ट प्रेषित करें।इसमे कोई लापरवाही नही चलेगी।

देखिए वीडियो

उन्होंने निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमितों के घर घर जा कर” खैरियत रिपोर्ट” जिला को प्रतिदिन प्रेषित करें।उन्होंने कहा कि कोरोना की बढ़ती रफ्तार चिंताजनक है।उन्होंने बताया कि अब तक इस महीने 120 संक्रमित मिल चुके हैं।

उन्होंने रक्सौल में कोरोना की सेमपीलिंग व जांच शुरू करने के भी संकेत दिए।वहीं, कहा कि सेम्पल कलेक्शन के दस दिनों के बाद कोरोना संक्रमित में यदि कोई लक्षण नही है,तो,आईसीएमआर व हेल्थ मिनिस्ट्री के गाइड लाइन के अनुसार उन्हें निगेटिव मान लिया जाता है।इसीलिए यदि उनमे कोई लक्षण नही है,तो उनके जांच की कोई आवश्यकता नही है।सैम्लपिंग उन्ही का होगा,जिनमे लक्षण होगा।उन्होंने स्वीकार किया कि सेमपीलिंग की जांच रिपोर्ट देने में विलंब हो रहा है।जिसे दुरुस्त व तीव्र करने की पहल चल रही है।

।वहीं,रक्सौल प्रशासन के साथ अनुमंडल कार्यालय में एक बैठक भी हुई।बैठक में एसडीओ सुश्री आरती, डीएसपी संजय झा,अपर एसडीओ सर्वेश कुमार,डीसीएलआर मनीष कुमार,नगर परिषद के कार्य पालक पदाधिकारी गौतम आनंद,दण्डाधिकारी सन्तोष कुमार सिंह, व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में लॉक डाउन में सख्ती बरतने ,कण्टोमेन्ट जोन में कड़ी निगरानी व नगर परिषद के विभिन्न वार्डो को सैनिटाइज करने के मामले पर चर्चा हुई।एसडीओ सुश्री आरती ने साफ कहा कि कोरोना गाइड लाइन को ले कर लापरवाही नही चलेगी।प्रशासन पूर्ण रूपेण लॉक डाउन का अनुपालन के लिए प्रतिबद्ध है।
बताया गया की डीएम के आने की चर्चा के बाद अधिकारी भी यहां मुस्तैद दिख रहे हैं।कण्टोमेन्ट जोन में शुक्रवार को दण्डाधिकारी व पुलिस बल भी सक्रिय दिखी,जो दिखती थी।

कहा जा रहा है कि कोरोना गाइड लाइन की रक्सौल में खूब धज्जियां उड़ाई गई।इसे प्रशासन की नाकामयाबी भी मानी जा रही है।बॉर्डर सील होने के बावजूद रक्सौल में नेपाली नागरिकों की चोरी छिपे आवाजाही जारी रही है।इसी क्रम में एक नेपाली नागरिक एक बच्चे के साथ वार्ड 12 स्थित कण्टोमेन्ट जोन तक पहुंच गया ।उसने बताया कि ग्रामीण रास्तो से यहां तक आया है।जबकि,बीरगंज समेत नेपाल में कोरोना संक्रमण की स्थिति काफी गम्भीर बताई जा रही है।दो दिन पहले ही भारत से लौटे रौतहट के एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी।जो संक्रमित होने के बाद बीरगंज के कोरोना हॉस्पिटल में इलाजरत था।

रक्सौल में लापरवाही का आलम यह है कि कण्टोमेन्ट जोन में व्यवसायिक गतिविधियों व आवाजाही की सूचना भी हैरान करने वाली है।इसे कभी भी देखा जा सकता है।दिनों दिन बढ़ रहे संक्रमितों की संख्या बढ़ने के कारण रक्सौल नगर परिषद क्षेत्र में 17 जुलाई तक 15 कण्टोमेन्ट जोन बनाये जा चुके हैं।जबकि, अब तक केवल पांच कण्टोमेन्ट जोन सक्रिय थे।

इधर,स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रक्सौल पहुंचने के बाद डीएम को यहां लॉक डाउन व कण्टोमेन्ट जोन में जारी लापरवाही से अवगत कराया है।जिसके बाद संकेत मिले हैं कि रक्सौल नगर परिषद को सील किया जा सकता है।यही नही टीम ने जांच में कोरोना मरीजो की लिस्ट सार्वजनिक किए जाने के मामले को भी गम्भीरता से लिया है।ऐसे में लिस्ट वायरल करने वालों पर कार्रवाई के संकेत भी मिले हैं ।फिलहाल,प्रशासन लगातार मास्क पहनने व सोशल डिस्टेंस मेनटेन करने के लिये प्रेरित करती रही है।जुर्माना भी किया गया।लेकिन,लापरवाही के कारण रक्सौल की स्थिति भयावाह होती जा रही है।स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि डरें नही,सतर्क रहें। घर मे रहें,सुरक्षित रहें।मास्क पहने,,समय समय पर हैंड वाश करें, सोशल डिस्टेंस मेंनटेन करें।नही तो कोरोना से जान पर खतरा बन सकता है।

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