रक्सौल।( vor desk )।नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही भारी वर्षा के कारण सीमा से लगे नेपाल की तराई समेत पूर्वी चंपारण के सीमाई इलाके में बाढ़ व जल जमाव का कहर अब दिखने लगा है।
रविवार को छौड़ादानों प्रखण्ड के नरकटिया गांव में बाढ़ का प्रकोप दिखने लगा ।बताया गया है कि नरकटिया बाजार के समीप दुधौरा नदी की धारा पूर्व की ओर मुड़ गयी है।इस कारण पानी के तेज बहाव व कटाव के फलस्वरूप नदी का तटबंध करीब 50 फिट टूट गया है।इस नदी के धारा परिवर्तन हो जाने से नरकटिया,भतन्हिया,रामपुर पंचायतों के सरेह में पानी फैल गया है ।सैकड़ों एकड़ धान की फसल डूब गए हैं।भतनहनिया गांव के दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
बताया गया है कि टुटान स्थल के समीप बंजरिया, आदापुर व छौड़ादानों प्रखंडों की सीमा समाप्त होती है,जहां दुधौरा,पसाह व बंगरी नदियों का संगम है।उक्त तटबंध रविवार के दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे टूटा है।
इस बाबत नरकटिया पंचायत की मुखिया गिरजा कुंवर के पुत्र मुकेश कुमार ने बताया कि टुटान स्थल किसी बांध का प्रारूप नही है।पानी के दबाव से नदी की धारा ही परिवर्तित हो गयी है और उसका बहाव नरकटिया की ओर हो गया है।
वहीं,छौड़ादानों सीओ पंकज कुमार का कहना है कि टुटान क्षेत्र बंजरिया में है।अतः बांध स्थल का प्रारूप क्या है पता नही,लेकिन उस टुटान से सर्वाधिक प्रभावित नरकटिया पंचायत ही होता है।
बताया गया है कि उक्त बांध मनरेगा से बनाया गया था।जो टुटान का शिकार हुआ है।
इधर, आदापुर प्रखंड में पसाह नदी की पानी से दुबहा पंचायत के बगही गांव घिर गया है ,वही निचले इलाके के घरों में पानी प्रवेश कर गया है।
इस सूचना के बाद प्रभावित गांवों का क्षेत्रीय भाजपा विधायक डॉ0 अजय कुमार सिंह व सीओ पंकज कुमार ने जायजा लिया है।साथ ही आवश्यक निर्देश दिए हैं ।
इधर,रक्सौल में सरिसवा ,धुतहा,गाद,तिलावे ,बंगरी समेत अन्य नदियां उफान पर हैं। लगातार तीन दिनों से जारी बारिश से नेपाल से आने वाले सीमाई क्षेत्र के निचले हिस्से में पानी घुसने लगा है।भेलाही समेत आस पास के इलाके जल मग्न हो गए हैं।तो,रक्सौल नगर की स्थिति नारकीय दिख रही है।तो,जल जमाव से शहर के दर्जनों वार्ड प्रभावित हुए हैं।सुंदरपुर समेत कई इलाकों में नदी का पानी प्रवेश कर गया है।
शहर के वार्ड संख्या एक से पांच तक के सभी वार्ड जलजमाव के शिकार हो गए है। वार्ड संख्या पांच के कई घरों के लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल है।
इसी तरह वार्ड छह के अम्बेडकर नगर,नेपाली स्टेशन, का इलाका जल मगन है।तो,वार्ड 14 मौजे व वार्ड 23 कोइरिया टोला भी जलजमाव से प्रभावित है।
इस बाबत नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी गौतम आनंद का कहना है कि पानी निकासी के लिए नगर परिषद् के द्वारा कई जगहों पर पंप सेट लगा कर पानी निकाला जा रहा है।जबकि,स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह का कहना है कि नगर परिषद को जनवरी माह में ही आगाह किया गया था। वर्षात पूर्व जल निकासी के लिए कोई ठोस कदम उठाया गया होता तो रक्सौल की स्थिति नारकीय नही होती।
इधर,खेतों में वर्षा के साथ नदी के पानी के प्रवेश से किसानों के द्वारा खेतों में लगाए गए धान की बिचड़े डूब गए हैं। जिससे किसानों को चिंता बढ़ गई है।(रिपोर्ट:गणेश शंकर )