रक्सौल।(vor desk)।लॉक डाउन व बॉर्डर सील के कारण भारत सरकार द्वारा जारी ‘बन्दे भारत मिशन’ के तहत नेपाल से भारतीय नागरिकों की वतन वापसी लगातार जारी है।
बुधवार यानी 1 जुलाई को कुल 19 लोग नेपाल से वतन लौटे।जिनकी स्क्रिनिग पीएसची के चिकित्सक डॉ मुराद आलम ने किया।मंगलवार को कुल 75 लोग रक्सौल आइसीपी के रास्ते स्वदेश लौटे थे।मेडिकल स्क्रिनिंग व डॉक्यूमेंट जांच के बाद इन्हें इंट्री दी गई।
बताया गया है कि 30 जून तक कुल 20379 भारतीय नागरिक नेपाल से रक्सौल आइसीपी के रास्ते स्वदेश लौटे हैं।इसकी पुष्टि नेपाल के बीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दुतावास के सूचना अधिकारी बी सुरेश कुमार ने की। उन्होंने बताया कि फिलहाल 3 जुलाई तक के लिए इसे आगे बढ़ाया गया है।लेकिन,उच्चस्तरीय निर्देश की प्रतीक्षा की जा रही है।हालांकि,इस बीच इंडियन इमिग्रेशन के रक्सौल शाखा के एएफआरआरओ अजय कुमार पंकज ने बताया कि इस अभियान के तहत गृह मंत्रालय के निर्देश मिलने के बाद वतन वापसी फिलहाल अगले आदेश तक जारी रहेगी।उन्होंने संकेत दिया कि बॉर्डर फिलहाल बन्द रहेगा।
सूत्रों ने बताया गया कि 30 जून को यह मिशन बन्द होने वाला था।इसको ले कर भारतीय महावाणिज्य दुतावास ने सूचना जारी कर दी थी।लेकिन,बॉर्डर नही खुलने की वजह से इसे फिलहाल सुचारू रखा गया है।एसडीओ सुश्री आरती के निर्देश पर रक्सौल पीएचसी की टीम ने पहुंच कर स्क्रिनिंग की है।
बताया गया कि लॉक डाउन व बॉर्डर सील होने के कारण नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों की वतन वापसी के लिए 19 मई को इस वन्दे भारत की शूरुआत हुई थी।इसके बाद विभागीय कारणो से इस मिशन को स्थगित कर दिया गया था।जिसके दूसरे चरण की शुरुवात 26 मई से हुई थी।
बता दे कि 25 मार्च को ओली सरकार द्वारा कोरोना वायरस रोक थाम को ले कर नेपाल की सीमा सील करने की घोषणा की गई थी।इसकी घोषित अवधि 27 जून को बित गई।इस बीच ओली सरकार ने रियायतों के साथ 22 जुलाई तक लॉक डाउन की अवधि को विस्तार दिया है।जिसमे हवाई मार्ग व स्थल मार्ग से आवाजाही पर प्रतिबंध जारी रखा है।जबकि,बॉर्डर खुलने पर कोई स्पष्ट घोषणा नही की गई है।हालांकि,दोनों देशों के बीच रक्सौल बीरगंज आइसीपी व मैत्री पुल के रास्ते सड़क मार्ग से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति जारी है।
इधर,सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने मांग किया है कि भारत व नेपाल दोनों ही जगह अनलॉक शुरू होने के बाद कम से कम रक्सौल बॉर्डर को अनलॉक किये जाने की जरूरत है।क्योंकि, इससे आम नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है।वहीं,व्यापार भी प्रभावित है।