नेपाल के लिए माल ढुलाई में टायर व ठेला पर प्रतिबंध से नाराजगी, आंदोलन की तैयारी
रक्सौल।(vor desk)।कोरोना काल मे नेपाल का रवैया बदला हुआ है।उन्हें टायर गाड़ी में भी कोरोना दिख रहा है,सो उन्होंने इस पर रोक लगा रखा है।अब ठेला में भी उन्हें कोरोना दिख रहा है।लिहाजा,टायर गाड़ी व ठेला चला कर जीवन जीने वाले लोग परेशान है और आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।इसकी तैयारी भी शुरू है।
इधर,इनके दुख दर्द और समान ढुलाई की समस्या को देखते हुए रक्सौल टेक्सटाइल चैम्बर ऑफ कॉमर्स भी इनके समर्थन में उतर आया है।टीसीसी के अध्यक्ष अरुण कुमार व सचिव आलोक कुमार श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से नेपाल के बीरगंज उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष को एक पत्र लिख कर नेपाली कस्टम (भंसार), बीरगंज के चीफ द्वारा टायर गाड़ी व ठेला पर प्रतिबंध लगाने के संबंध होने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए सहयोग मांगा है।साथ ही पहल की मांग की है।
पत्र में यह बताया गया है कि टायर गाड़ी व ठेला पर प्रतिबंध लगाने के फलस्वरूप एक हजार से ज्यादा परिवार रोजी रोटी से वंचित होकर भुखमरी के कगार पर हैं। ये लोग पहले से ही लॉक डाउन के कारण आर्थिक तंगी झेल रहे थे।
इसमे कहा गया है कि नेपाली कस्टम रक्सौल के ट्रांसपोर्ट क्षेत्र से नेपाल के बीरगंज तक माल ढ़ोने वाले टायर व ठेला आदि को रोक रहे हैं। जिसका प्रभाव छोटे-मोटे व्यापारियों पर पड़ रहा है।
इस कारण उग्र आंदोलन भी सम्भव है।जबकि, सदियों से सीमाक्षेत्र के लोग इस धंधे से जुड़े हुए हैं ।
बता दे कि एक ज्ञापन बीरगंज कस्टम को भी सौंपा गया है।जिसमे मानवीय ढंग से शनुभूतिपूर्वक इस समस्या पर विचार करने की मांग की गई है।ताकि,रोजी रोटी प्रभावित न हो।
इधर,पिछले दिनों टायर गाड़ी संघ के द्वारा बीरगंज कस्टम चीफ को एक पत्र भी सौंपा गया था।लेकिन,आश्वासन के बावजुद कोई पहल नही हुई।जिससे नाराजगी बढ़ रही है।आंदोलन की तैयारी है।