रक्सौल।(vor desk)।वंदे भारत मिशन के तहत लॉक डाउन व सीमा सील होने के कारण नेपाल फंसे भारतीय नागरिकों के वतन वापसी के दूसरे चरण की शुरुवात मंगलवार को हुई।इस दौरान करीब सूची बद्ध 600 लोगों में करीब साढ़े चार सौ भारतीय नागरिक स्वदेश लौटे ।बीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दुतावास के देख रेख में इन्हें करीब 20 यात्री बसों से इन्हें रक्सौल इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट लाया गया।
पोस्ट के केंद्र के गेट पर सुरक्षा जांच के बाद भारतीय नागरिकों को इंट्री दी गई।सभी के आधार कार्ड की जांच की गई।उसके बाद स्व विवरण का फॉर्म भरवाया गया।इसके बाद मेडिकल टीम द्वारा स्क्रिनिंग की गई।रक्सौल पीएचसी प्रभारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा के नेतृत्व में डॉ आरपी सिंह ,डॉ एसके सिंह समेत फर्मासिष्ट अली इरफान,महम्मद असलम,यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार ,रविरंजन,रविन्द्र कुमार आदि की टीम ने मेडिकल स्क्रिनिंग की।उसके बाद कस्टम द्वारा समानो की जांच के बाद आवश्यक प्रक्रिया पूरी कर उन्हें गर्मा गर्म भोजन कराया गया।इसके साथ ही सभी को बस से मोतिहारी भेज दिया गया।जिलाधिकारी कपिल शीर्षत अशोक के मुताबिक,नेपाल से लौटे लोगों को उनके गृह जिला भेजा जाएगा,जिन्हें वहाँ कोरेनटाइन के बाद घर भेजा जा सकेगा।उनके मुताबिक, नेपाल से भारतीय नागरिकों के आने का क्रम जारी रहेगा।
वतन लौटने की खुशी:रक्सौल के डॉ0 उमेश कुमार सपरिवार एक शादी समारोह में भाग लेने नेपाल गए थे।लॉक डाउन की वजह से बहीं फंस गए।जब मंगलवार को वे लौटे तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे।उन्होंने भारत भूमि को नमन करते हुए कहा कि हमे स्वदेश आ कर काफी खुशी मिली है।जिसे शब्दों में बयां नही कर सकता।इसी तरह छौड़ादानों के सुमंत कुमार,रमाशंकर तिवारी, सदानन्द कुमार,धर्मेंद्र कुमार के चेहरे पर प्रसन्नता के भाव थे।उन्होंने कहा कि हम जब मन करे बॉर्डर पार कर हमेशा आते जाते थे।लेकिन, अन्तराष्ट्रीय सीमा बन्द होने से हम तड़प गए थे।हम देश लौट कर खुश हैं ।
कड़ी धूप में परेशान रहे बच्चे व महिलाएं:दुतावास के पहल पर पहुँचे भारतीय नागरिको को नेपाली प्रशासन और सुरक्षाकर्मियों के देख रेख में कतारबद्व कर रक्सौल आईसीपी भेजा गया।
रक्सौल आईसीपी गेट पर धूप से बचाव,बैठने व पेय जल आदि की कोई व्यवस्था नही की गई थी।जिससे तपिश झेल रहे महिला व बच्चे पसीने से तर बतर दिखे।
ईद पर घर नही पहुंचने का मलाल:वतन वापसी करने वालो में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में थे।इसमे पिछले सात दिनों से बॉर्डर पर फंसे ने बताया कि अपने ही देश मे हमे इंट्री नही मिली।इससे हम परिवार के साथ ईद नही मना सके। ने कहा कि नेपाली नागरिकों ने हमे इफ्तार व सेवइयां खिलाई।लेकिन,आईसीपी गेट से हमे दुर्व्यवहार कर भगा दिया गया।
सांसद व विधायक ने लिया जायजा:बंदे भारत मिशन के तहत भारतीय नागरिकों के वतन वापसी के दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ0 संजय जायसवाल व क्षेत्रीय विधायक डॉ अजय कुमार सिंह मंगलवार को रक्सौल आईसीपी पहुँचे।जहाँ उन्होंने भारतीय नागरिकों के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया ।उन्होंने मेडिकल स्क्रिनिंग,भोजन,ठहरने व गंतव्य तक ले जाने की व्यवस्थाओं को देखा।और आवश्यक निर्देश दिए।साथ ही एसडीओ अमित कुमार,डीएसपी संजय कुमार झा,ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के डीएसपी अजय कुमार पंकज समेत सम्बंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों को कोई परेशानी न हो,इसका ध्यान रखा जाए।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा-नेपाली नागरिक हमारे अतिथि,नही होगी कोई दिक्कत:
बिजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ
संजय जायसवाल ने दुनियां में जहां भी भारतीय नागरिक फंसे हैं।उन्हें बंदे भारत मिशन के तहत भारत लाया जाएगा।पीएम नरेंद्र मोदी के देख रेख में इस मिशन के तहत विदेशों से भारतीय नागरिकों को लगातार लाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग को हमे मिल जुल कर लड़ना होगा।उन्होंने नेपाली नागरिकों के वतन वापसी के सवाल पर कहा कि नेपाली नागरिक हमारे अतिथि हैं।उन्हें भारत मे कोई दिक्कत नही होने दिया जाएगा।वे जब तक चाहे,रह सकते हैं ।
उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार जब नेपाली नागरिकों को नही बुलाती, तब तक हम नेपाली नागरिकों की देख रेख करते रहेंगे।उन्होंने कहा कि रक्सौल में करीब 300 नेपाली नागरिक विभिन्न केंद्रों पर सुरक्षित व कुशलतापूर्वक हैं।प्रशासन उनके लिए हरेक सुविधा व सहयोग में खड़ी है।( रिपोर्ट:गणेश शंकर/लव कुमार )