रक्सौल ।(vor desk )। ईस्लाम धर्मावलंबियों का सबसे प्रमुख पर्व ईद अब आने वाला है और रमजान का पाक महीना समाप्त होने वाला है। इसके लिए आज शुक्रवार को रोजेदारों ने अंतिम जुमे की नमाज भी अता कर लिया। परन्तु इस बार पूर्व की भाँति सभी लोग एकजुट न हो पाये और उन्हें मजबूरन अपना अंतिम जुमा घर के छतों पर अता करना पड़ा। हालाँकि बधाई देने के लिए लोगों ने सोशल मीडिया का प्रयोग अवश्य किया। इस दौरान अनेकता में एकता देखने को फिर एक बार मिला। उक्त बावत रोजेदार और युवा नेता समसुद्दीन आलम ने कहा कि इस बार भले हीं हम मस्जिदों में नमाज अता नहीं कर पाये, परन्तु यह बात उतना महत्वपूर्ण नहीं जितना कि हमारे लोगों का जीवन चक्र है।
हमने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए इस बार इस पर्व को मनाना है। हमने दुआओं में अल्लाह से यह माँगा है कि हम सभी भारतीय सहित विश्व को कोरोना मुक्त करें। वहीं उन्होंने कहा कि सभी रोजेदारों ने अपने घरों पर ही अंतिम जुमे की नमाज अता किया है और हम सभी देशवासियों के दुःख-सुख में अवश्य शामिल होंगे।
इधर,ईद की बधाई देने का सील सिला शुरू हो गया ।इस क्रम में स्थानीय युवा नेयाज अहमद ने अपने मित्रों को ईदी भेंट की और बधाइयां बटोरी।नेयाज ने कहा कि इस बार घरों में ही ईद उल फितर की नमाज अदा होगी।और इस बार निहायत ही सादगी पूर्ण ढंग से परिजनों व मित्रों के बीच यह पर्व मनाई जाएगी।