रक्सौल।(vor desk )। नेपाल के विभिन्न जिलों के करीब 75 लोग गुरुवार की देर रात्रि रक्सौल बॉर्डर पर पहुंच गए ।और फिर शुक्रवार की अहले सुबह रक्सौल- बीरगंज मैत्री पुल से बॉर्डर पार करने लगे।ये सभी सूरत और भोपाल में कार्यरत थे।बॉर्डर पर तैनात एसएसबी ने इन्हें नियंत्रण में ले लिया।उसके बाद मेडिकल टीम द्वारा स्क्रीनिंग की गई ।फिर समझा बुझा कर बॉर्डर से वापस किया गया।
बताया गया कि सभी लोग नेपाल जाने की चाहत में रक्सौल स्टेशन पर अपना शरण स्थल बनाए हुए हैं। इन लोगों का कहना है कि हम लोग पांच दिन बाद अपने निजी सवारी से रक्सौल पहुंचे हैं ।और नेपाल में ही जाकर क्वॉरेंटाइन में रहेंगे।इसमे बारा जिला कोल्हवी, करैया मधुबन, सेड़वा ,सूखी पत्रा आदि गांव के 63 लोग तथा रामेछाप जिला के मंथली नगर पालिका के 6 लोग रक्सौल स्टेशन पर भूखे प्यासे नेपाल जाने का इंतजार कर रहे हैं ।रामेछाप जिला में रहने वालों में संतोष रोका, नारायण थापा, लोक राज श्रेष्ठ ,रामकुमार श्रेष्ठ, कमल रोका, नीरज रोका ने बताया कि हम भोपाल में कैटरिंग का काम करते हैं ।वहीं,बारा जिला के राम चौधरी ,कृष्णा चौधरी सहित करीब 75 रेलवे स्टेशन पर एसएसबी के देखरेख में हैं ।यह लोग सूरत के कपड़ा फैक्ट्री हंसमुख टेक्सटाइल में कार्यरत होने की बात कह रहे हैं।सूचना मिलने के बाद डीसीएलआर मनीष कुमार,डीएसपी संजय कुमार झा,इंस्पेक्टर अभय कुमार,समेत रेलवे व अन्य प्रशानिक अधिकारी पहुंच गए हैं।
इधर,स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह समेत उनके कार्यकर्ताओं -सहयोगियों ने इन लोगों के खान पान आदि की व्यवस्था की है।
बताया गया है कि इन्हें केसीटीसी कॉलेज में कोरेनटाइन किया जाएगा।बाद में प्रक्रिया पूर्ण कर इन्हें नेपाल को सौंपा जाएगा।(रिपोर्ट :राजेश केेेशरिवाल )