रक्सौल।(vor desk )।नेपाल के काठमांडू स्थित राजकीय प्रयोगशाला में स्वैब जांच में बीरगंज के दो लोगों में कोविड 19 पॉजिटिव की पुष्टि हुई है।बीरगंज में दो नए मरीज मिलने से हड़कम्प मच गया है।
इस बीच नेपाल सरकार ने लॉक डाउन की अवधि 7 मई तक बढ़ा दिया है।जबकि, बॉर्डर सील अनिश्चितकाल के लिए जारी है।
बीरगंज की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।एसपी गंगा पंत ने खुद मॉनिटरिंग करते हुए लॉक डाउन में सख्ती शुरू कर दी है।वहीं,बाइक चलाने पर सख्ती से रोक लगाई गई है।
बताया गया है कि रविवार को बीरगंज व में दो और झापा में एक पीजिटिव मरीज मिलने के बाद नेपाल में कोविड 19 के पॉजिटिव मरीजो की संख्या 52 पहुंच गई है।इसकी पुष्टि नेपाल के जन स्वास्थ्य व जनसंख्या मंत्रालय के प्रवक्ता विकास देव कोटा ने की है।
बताया है कि रविवार तक तक 12 कोरोना पॉजिटिव मरीजो को डिस्चार्ज किया गया है।जिसमे रविवार को ही तीन भारतीय जमातियों समेत रौतहट के एक युवक को भी डिस्चार्ज किया गया है।इस तरह कुल डिचार्ज लोगों की।संख्या 16 पहुंच गई है।
नारायणी हॉस्पिटल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ मदन उपाध्याय के मुताबिक, इनके तृतीय व चतुर्थ जांच में कोविड 19 निगेटिव पाया गया है।जबकि,फस्ट व सेकेंड रिपोर्ट पॉजीटिव पाया गया था।डब्लू एचओ के गाइड लाइन के तहत इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है।
बीरगंज प्रशासन ने बताया कि जिन्हें डिचार्ज किया गया,उनमें तीन जमाती शामिल हैं।जिसमे यूपी के इब्राहिम( 37 ) व नूर मोहम्मद ( 44 ) तथा दिल्ली के यूसुफ( 55 ) शामिल हैं।वहीं,रौतहट के ईशा नाथ नगर पालिका के युवक बचू अंसारी( 19) शामिल है।जिसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।वहीं, तीनो जमातियों को नेपाल मुस्लिम संघ के जिम्मेवारी पर बीरगंज के छपकैया स्थित यतीम ख़ाना में रखा गया है।इसके अलावे एक और 14 वर्षीय पॉजिटिव मरीज अभी हॉस्पिटल में इलाजरत है,जो सर्लाही जिले का बताया गया है।
कोविड 19 से जंग जितने वाले चारो लोगों को जब डिस्चार्ज किया गया तो हॉस्पिटल में उत्सवी माहौल था।स्वास्थ्य कर्मियों ने ताली बजाते हुए इन्हें विदा किया,क्योंकि,यह जंग हॉस्पिटल के कोरोना फाइटरों की भी जीत थी।यहां मिले मरीज मौत से जूझ कर बाहर आ गए।
पर्सा जिला के सहायक जिलाधिकारी ललित बस्नेत ने बताया कि जिन दो लोगों में रविवार को कोविड की पुष्टि हुई,ये डिस्चार्ज हुए जमातियों के सम्पर्क में थे।काठमांडू स्थित राष्ट्रीय जांच प्रयोगशाला में हुई जांच में इसकी पुष्टि हुई है।
उन्होंने बताया कि दोनो लोगों में पीसीआर जांच में पोजिटिब की पुष्टि हुई है,वे बीरगंज के वार्ड 2 व 3 अंर्तगत छपकैया व घुसुकपुर के निवासी हैं।जिनकी उम्र 50 के आस पास है।इसमे एक वीरगंज महानगर पालिका के स्वच्छता प्रकोष्ठ में कार्यरत कर्मी हैं।उन्होंने बताया कि छपकैया मस्जिद में रहे 26 समेत सम्पर्क में रहे कुल 146 लोगों व पर्सा जिला के विभिन्न क्वरेंटाइन सेंटर में 41 समेट कुल 187 लोगों की जांच हेतु स्वैब भेजा गया था।जिसमे 82 लोगों की रिपोर्ट आ गई है।इसी में दो लोगों में कोरोना की पुष्टि रविवार को हुई है।
युवती की मौत से हड़कंम्प :बीरगंज में सन्दिग्ध कोरोना मरीज की मौत से हड़कंम्प रहा।बताया गया कि रविवार की सुबह उक्त युवती तब मौत हो गई,जब उसे बीरगंज के नारायणी हॉस्पिटल में ले जाया जा रहा था।।बीरगंज के अशोक वाटिका वार्ड 10 निवासी 23 वर्षीया युवती ब्ल्ड कैंसर से पीड़ित थी।जिसका इलाज भरतपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा था।शनिवार को तीन बार किये गए रैपिड डिटेक्शन टेस्ट में पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी।जिसके बाद उसे तराई हॉस्पिटल से रेफर करने के बाद नारायणी हॉस्पिटल में लाते वक़्त मौत हो गई।इस बाबत नारायणी होस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मदन उपाध्याय ने बताया कि स्वैब जांच हेतु हेतौडा राजकीय प्रयोग शाला भेजा गया था।जांच रिपोर्ट में कोविड की पुष्टि नही हुई।