रक्सौल।(vor desk )।पवित्र माह रमजान के शुरुवात के साथ ही पहले रोजा के दिन रक्सौल के कोरोना आपदा राहत केंद्र में क्वरेंटाइन किये गए मुस्लिम धर्मावलंबियों ने भी रोजा रखा ।इस दौरान उन्होंने अल्लाह से दुआ मांगी की देश- दुनियां को कोरोना वायरस संक्रमण की आपदा से मुक्ति मिले।कोरोना का कहर खत्म हो।
यही नही, यहां मिल्लत का परिचय देते हुए इफ्तार का आयोजन भी हुआ।जिसमें इस केंद्र का संचालन कर रही नगर परिषद व कुछ समाजसेवियों द्वारा इफ्तार के लिए सभी प्रबंध किया गया।इस दौरान सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखा गया।रोजेदार मास्क लगाए दिखे।
बताया गया कि इस केंद्र पर करीब 30 मुस्लिम धर्मावलंबी रह रहे हैं ।जिसमे कोई 22 से ज्यादा लोगों ने रोजा रखा और इफ्तार किया।
रोजा रखने वाले महम्मद अख्तर (मधुबनी ),
महम्मद जमील अंसारी(मधुबनी ),
जुबैर अहमद (मधुबनी) व
महम्मद शाहिद (दरभंगा) ने कहा कि हमने पहले दिन तरावीह( नमाज )में अल्लाह से दुआ मांगा कि विश्व महामारी कोरोना खत्म हो।उन्होंने कहा कि हम काफी खुश है कि नगर परिषद द्वारा इफ़्तार की सारी व्यवस्था की गई है।सरकार को इसके लिए शुक्रिया अदा करते हैं।
इस दौरान यहां रह रहे बच्चे भी रोजा खोलते दिखे ।झाँझा के 14 वर्षीय इंजमाम ने कहा कि हम सब कोरोना से परेशान हैं।घर परिवार से दूर फंसे हैं।इसलिए हम खुदा से दुआ मांगते है कि कोरोना से हम सबको मुक्ति दे।
बता दे कि इसमे दो दर्जन लोग ऐसे हैं,जो,रक्सौल में ही काम करते थे।लेकिन,लॉक डाउन में वे बेसहारा हो गए।वे पैदल ही जा रहे थे।पुलिस ने उन्हें छौड़ादानों से नियंत्रण में ले कर यहां पहुंचाया।उन्हें यहां रहते दस दिन बीत चुके हैं।वहीं,नेपाल से आने वाले भारतीय कामगार भी इसमे शामिल हैं।मधुबनी के मोहम्मद सद्दाम कहते हैं कि जब तक यहां हैं।यही रोजा रख रहे हैं।हमे कोई दिक्कत नही है।अच्छी व्यवस्था है।हमे उम्मीद है कि हम घर पर ईद मना सकेंगे।
नगर परिषद के कैम्प प्रभारी मृत्युंजय मृणाल समेत बैजू जायसवाल ,हिमांशू रंजन,श्रवण श्रीवास्तव आदि ने बताया कि रोजा रख रहे करीब 22 लोगों के लिए इफ्तार के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही है।ध्यान रखा जा रहा है कि इन्हें कोई समस्या न हो।यहां एक महिला अंगूरी बेगम भी रोजा में हैं।उन्होंने बताया कि शहरी व इफ्तार के लिए हमने पूरी व्यवस्था की,ताकि,वे रोजा कर सकें।
इस बीच,जमियतुल उलेमा ए हिन्द की एक टीम भी केंद्र पर पहुंच कर रोजेदारों से हाल चाल लिया।इसमे मुफ़्ती ज्याउल हक,आदापुर के पूर्व प्रमुख महम्मद असलम ने नगर परिषद टीम को धन्यवाद दिया।साथ ही कहा कि जो 22 रोजेदार केंद्र प है,उनके सेहरी व इफ्तार की व्यवस्था जमीयत द्वारा की जाएगी।
बताया गया कि शहर के हजारीमल हाई स्कूल स्थित कोरोना आपदा राहत केंद्र में दरभंगा,कटिहार,जमुई,मधुबनी समेत विभिन्न जिलों के लोग हैं।जिन्हें लॉक डाउन में प्रशासन ने यहां रखा है।इसमे कुछ क्वरेंटाइन किये गए हैं।कुछ अवधि समाप्त होने के बाद भी लॉक डाउन की वजह से यहां फंसे हुए हैं।
गौरतलब है कि केंद्र व राज्य सरकार ने लॉक डाउन में घर से ही नमाज अदा करने की अपील की है।इसलिए सभी लोग घर से ही रोजा व नमाज अदा कर रहें हैं।इसी क्रम में रक्सौल के बड़ी मस्जिद में केवल इमाम ने ही नमाज अदा किया।मस्जिद से अजान शुरू होते ही केंद्र पर रोजेदार नमाज में जुट गए ।