रक्सौल।(vor desk )।संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 129 वी जयंती सह विश्व ज्ञान दिवस समारोह को अम्बेडकर ज्ञान मंच,रक्सौल संकल्प दिवस के रूप में मनाएगा।देश में कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिये लागू लॉक डाउन का सतत अनुपालन करते हुए इस वर्ष कोई समारोह का आयोजन नही होगा।रक्सौल के कोइरी टोला अम्बेडकर चौक स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कार्यक्रम भी स्थगित कर दिया गया है।सोसल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए मंच के किसी एक व्यक्ति के द्वारा साफ-सफाई व माल्यार्पण कर दिया जाएगा।उक्त बातें मंच के संस्थापक मुनेश राम व अध्यक्ष मथुरा राम ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है।संस्थापक मुनेश राम ने बताया कि बाबा साहेब की जयंती के मौके पर मंच के सदस्यों के साथ ही सर्वजन समाज के लोगों से मंगलवार को अपने-अपने घरों में ही परिजनों के बीच बाबा साहेब की तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि देते हुए उनकी जीवनी व आदर्शो को आत्मसात करने का संकल्प लेना है।साथ ही शाम साढ़े सात बजे अपने-अपने घरों में 22 दीये/मोमबत्तियां जलाने है तथा इस मौके पर संविधान के प्रस्तावना व उनके 22 प्रतिज्ञाओं का अनुशरण करने के लिए संविधान का पाठ किया जाएगा।इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।दीप प्रज्ज्वलन के पीछे सामाजिक कुरीतियों,पाखंडों,अंधविश्वासों का समूल नाश का प्रण लेते हुए कोरोना जैसी वैश्विक आपदा से जुझनेवाले कोरोना योद्धाओं यथा डॉक्टर,नर्सेज,स्वास्थ्यकर्मियों,सुरक्षाकर्मियों व स्वच्छताकर्मियों की हौसला अफजाई के लिए दीप प्रज्ज्वलित करने का निर्णय लिया गया।दीप प्रज्ज्वलन के समय काफी सतर्कता बरतने की जरूरत है,जिससे अगलगी की घटना घटित नही हो सके।अध्यक्ष मथुरा राम ने कहा कि बाबा साहेब संघर्षो के आदि थे ,जिन्होंने विपरीत परिस्थितियो में भी कामयाबी की इबारत लिखी।लिहाजा, दुनियां में छाए इस घनघोर विपदा से निबटने के लिए उनके विचार व संघर्ष आज भी प्रासंगिक है।लॉक डाउन खत्म होते ही बाबा साहेब के प्रतिमा उन्ननयन की प्रक्रिया शुरू कर दिया जाएगा।इसके लिए शासन-प्रशासन से भी अपेक्षित सहयोग की अपेक्षा है कि बाबा साहेब की जयंती के मौके पर लॉक डाउन से परेशान गरीब-अभिवंचित लोगों के बीच राहत व पुनर्वास के काम में तेजी लाये, जिससे आम गरीबों को दो जून के भोजन मय्यसर हो सके।