आदापुर।( vor desk)। पंचायतों में संचालित जन वितरण प्रणाली की दुकानदारों को उपभोक्ताओं के बीच राशन वितरण वितरण के पूर्व पंचायत निगरानी समिति को सूचना देना अनिवार्य है। साथ ही वितरण के उपरांत पुनः निगरानी समिति से सत्यापन भी कराना है। उक्त निर्णय गुरुवार को स्थानीय प्रखंड स्थित सभागार में सभी पंचायतों के मुखिया व एमओ के बीच हुई बैठक के दौरान ली गई। इसकी अध्यक्षता प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष अरविन्द प्रसाद साह ने किया।
बैठक के दौरान 21 दिनों के लॉक डाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रो के पीडीएस दुकानदारों ने उपभोक्ता से अधिक राशि व कम राशन आपूर्ति करने का आरोप लगाकर मुखिया संघ ने प्रभारी एमओ को जमकर क्लास लगायी।मुखिया संघ ने एमओ से पूछा कि पंचायत निगरानी समिति की क्या भूमिका है,डीलर उपभोक्ता से प्रति यूनिट एक से दो किलो कटौती कर वितरण किस प्रस्थिति में किया जाता है।वितरण में पारदर्शिता क्यो नही बरती जा रही है, महीने में कितने वार प्रखंड मुख्यालय में आते है,डीलर मुखिया से स्टॉक व वितरण पंजी पर सत्यापन क्यो नही कराते है?वही मार्च महीने का राशन उक्त डीलर आधे उपभोक्ता के बीच वितरित किया व आधे राशन की कालाबजारी कर दिया गया है।आरोपो की झड़ी लगने के बाद एमओ राजकुमार हांसदा ने कहा कि प्रखंड के सभी डीलर पंचायत निगरानी समिति से स्टॉक व वितरण पंजी दोनों का सत्यापन कराएगे,पीडीएस दुकानदार मनीर आलम पर पूर्व के गड़बड़ी के मामले की जांच कर निलंबन के लिए एसडीओ को रिपोर्ट दिया गया है। वही मार्च महीने की कालाबजारी का मामला पहले से संज्ञान में नही है,अब मामला आया है उसका जांच किया जाएगा।वही इस महीने का राशन 15 अप्रैल तक वितरण करना है।वही दो महीने का फ्री राशन का उठाव इसके बाद होगा।
इस दौरान एमओ राजकुमार हंसदा ने बताया कि राशन वितरण पूर्ण पारदर्शी तरीके से होना है। इसमें किसी भी तरह की अनियमितता की शिकायत पर संबंधित पीडीएस दुकानदारों पर कार्रवाई तय है।प्रखंड के सभी डीलर पंचायत निगरानी समिति से स्टॉक व वितरण पंजी दोनों का सत्यापन कराएगे।बैठक में बीडीओ आशिष मिश्र व अन्य अधिकारी के साथ आदापुर प्रखंड के नकरदेई मुखिया अनिल कुमार गिरी, श्यामपुर मुखिया अफसाना खातून ,आदापुर के मुखिया मनोज कुमार आंध्रा मुखिया प्रभावती देवी, मुर्तिया मुखिया पूनम पासवान ,गम्हरिया कला मुखिया संगीत देवी ,दुबहा की मुखिया उषा देवी, बरवा के मुखिया संजू कुमार समेत सभी मुखिया गण उपस्थित थे।
बता दें कि प्रखंड मुखिया संघ द्वारा गत बुधवार को जिलाधिकारी के यहां आवेदन देकर एमओ राजकुमार हांसदा पर मुख्यालय में नही रहने व पीडीएस सिस्टम में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया था।