रक्सौल के कोरोना आपदा राहत केंद्र पर जांच करते डॉ मुराद आलम
रक्सौल।(vor desk )।रक्सौल स्थित कोरोना आपदा राहत केंद्र लॉक डाउन व बॉर्डर सील होने के कारण फंसे लोगों के लिए सहारा बना हुआ है।इसी में मंगलवार को बेतिया जेल से छूटे एक नेपाली कैदी को भी शरण मिली।बताते हैं कि बेतिया से रक्सौल आने के बाद उक्त युवक नेपाल जाने के लिए परेशान था।
लेकिन,सुरक्षाकर्मियों ने बॉर्डर पार करने की इजाजत नही दी।इसके बाद उसे हजारीमल हाई स्कूल में राहत केंद्र पर शरण मिली।सूत्रों ने बताया कि उक्त युवक बारा जिला के कलैया का रहने वाला है।इधर,मुजफ्फरपुर के भी पांच लोगों के लिए भी केंद्र सहारा बना।सबो की स्क्रिनिंग व जांच डॉ मुराद आलम ने की।बता दे कि केंद्र पर करीब बीस लोग पहले से रह रहे हैं।जिसमें 13 नेपाली हैं ।