रक्सौल ।( vor desk )।कोरोना को ले कर लॉक डाउन में पशु भी मुसिबत में पड़ रहे हैं।क्योंकि, उन्हें पर्याप्त दाना पानी नही मिल रहा।इसी फेर में मकान बनाने के लिए की गई बाउंड्रीनुमा गढ्ढे में एक साढ़ घुस गया।जिसे सात घण्टे बाद निकाला जा सका। मामला शुक्रवार के सुबह का है।शहर के कोइरियाटोला वार्ड नम्बर 23 में एक मकान के नींव के लिए खींची गई बाउंड्री वाल के बीच कचरे युक्त जल में चारे की तलाश में आवारा साढ़ घुस गया।लेकिन,वह दल दल में फंसता चला गया।स्थानीय लोगों ने प्रयास किया।लेकिन,सफलता नही मिली।
तब इसकी सूचना नगर परिषद कर्मियो को दी।लेकिन,उनका आल टाल जारी रहा। इस पर मोहल्लेवासी काफी आक्रोशित हो गए ।फिर, नपकार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनन्द को सूचना दी गई। जिस पर उन्होंने गम्भीरता दिखाते हुए सफाई जमादार संजय बैठा ,बबकट ड्राइवर सुबोध कुमार ,सफाईकर्मी राजेश मल्लिक व अन्य सफाईकर्मीयो को उक्त साढ को निकालने भेजा।वार्ड पार्षद प्रेमचन्द कुशवाहा के उपस्थिति में मोहल्लेवासी लक्ष्मण साह, आनन्द कुमार,सुजित कुमार,मुकेश कुमार,कर्ण कुमार,कृष्णा कुमार,राजू कुमार ,ललन महतो,राजन कुमार ,व नपकर्मियो के सहयोग बबकट से गढ़े में इट का टुकड़ा भर , बल्ला व रस्सी के सहारे जिंदगी व मौत के बीच जूझ रहे उक्त साढ़ को सात घण्टे के बाद गढ़े से सकुशल निकाला जा सका। साढ़ जैसे ही बाहर आया लोगो के चेहरे पर हर्ष भरा का मुस्कान दिखने लगा।क्योंकि, यदि साढ़ नही निकल पाता,तो दूसरी मुसीबत हो जाती।यदि मर जाता तो रहना मुश्किल हो जाता।लेकिन,इससे बड़ी बात यह थी कि लोगों ने मानवता का परिचय दिया।और साढ़ को निकाल कर ही दम लिया।