
रक्सौल।(Vor desk)।भारत पाक के बिगड़े संबंध को ले कर इंडो नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा सतर्कता लगातार जारी है।वहीं,संदिग्ध लोगों पर लगातार नजर रखी जा रही है।इसी बीच रक्सौल बॉडर पर कनाडा के एक नागरिक को नियंत्रण में ले कर जांच शुरू की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, रक्सौल वीरगंज मैत्री पुल पर दैनिक जांच के बीच एसएसबी ने उक्त कनाडा के नागरिक को तब हिरासत में लिया है ,जब वह भारत की सीमा में प्रवेश करने की कोशिश में था।इस संवेदनशील मामले को ले कर सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुट गई है।
प्रथम दृष्ट्या पूछ ताछ में सामने आया है कि पकड़ा गया कनाडा का नागरिक मूल रूप से यह भारत के कपूथला पंजाब का रहने वाला है,जो ग्यारह साल पूर्व में लेबर वर्क के लिए यह कनाडा गया ।इसके बाद साल 2023 के फरवरी में मुंबई होते अपने गांव लौट कर आया ,तब से वह भारत में ही रहा।
इस बीच दुबारा कनाडा को रवाना हुआ।जिसके तहत पंजाब से सीधा पंजाब गो कैब के चालक कुलविंदर सिंह उर्फ विक्की के गाड़ी नंबर टी शून्य 125एच आर 8346ए से सीधा काठमांडू नेपाल गया ।जहां कथित रूप से वीजा नहीं होने से उसे वापस लौटा दिया गया।
हरप्रीत सिंह ने स्वीकार किया कि यह कपूथाला पंजाब का नागरिक है जहां से 12साल पहले कनाडा लेबर के रूप में कनाडा गया ।दो साल पूर्व ही वापस भारत में आया है। अब नेपाल के रास्ते कनाडा जाना चाहता है जबकि वीजा नहीं होने से नेपाल ने वापस भेज दिया गया है।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निर्मल सिंह के पुत्र हरप्रीत सिंह के पास कनाडा का पासपोर्ट है,लेकिन,भारत के लिए वीजा नहीं है।ऐसे में जांच का विषय है कि उसने भारतीय नागरिक होने के बावजूद कनाडा की नागरिकता कैसे प्राप्त कर ली?वीजा क्यों नहीं मिला?नेपाल कब पहुंचा?बता दे यह मामला इसलिए भी गंभीर हो गया है कि हाल ही में मोतिहारी में पंजाब के लुधियाना के गवाडी निवासी खलिस्तानी आतंकी कश्मीर सिंह उर्फ गलवाडी उर्फ बलबीर
को गिरफ्तार किया गया है,जो नेपाल में छुप कर रह रहा था।ऐसे में अटकल और चर्चा तेज है।इस मामले को ले कर गहन जांच शुरू हो गई है।
इस बीच स्थानीय एसएसबी टीम हरैया थाना को आगे की कारवाई के लिए सौप दिया है।
इधर, हरैया थानाध्यक्ष किशन कुमार पासवान ने बताया कि गिरफ्तार हरप्रीत सिंह जांच अधिकारीयों के समक्ष भारत में प्रवेश करने का कोई भी वैध दस्तावेज नहीं प्रस्तुत कर सका, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। पुलिस उसे जेल भेजने के साथ ही आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गयी है। गौरतलब है कि हाल ही में इस सीमा से अवैध रूप से भारत में दाखिल होते चार चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था और उसके पहले एक एक अमेरिकन नागरिक और कनाडाई नागरिक को भि गिरफ्तार किया गया था।