
रिटायरमेंट के बाद डायल-112 में चालक की मिली थी नौकरी तस्करी के आरोप में गिरफ्तार
रक्सौल ।(Vor desk)।सैफ़ का जवान नारकोटिक्स का धंधा चला रहा था।पुलिस ने रक्सौल के गांधी नगर स्थित घर से छापा मार कर बरामद किया 8.664 किलो ग्राम गांजा ।इस बरामदगी और गिरफ्तारी की चर्चा तेज है,क्योंकि,इस बार पुलिस वाले ने ही पुलिस वाले को गिरफ्तार किया है।एसपी स्वर्ण प्रभात जब से जिले में आए हैं,नशा के खिलाफ मुहिम छेड़ रखा है।उनके निर्देश पर ही इस पुलिस वाले को पकड़ा गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक,सैफ जवान हरसिद्धि थाना में डायल-112 पर प्रतिनियुक्त था।उसे गलत आचरण के कारण हटा दिया गया था।जिसके बाद से वह नारकोटिक्स के धंधे में उतर आया था।
पूर्व सैफ जवान रामबालक सिंह का रक्सौल के गांधी नगर में अर्धनिर्मित आवास है,जहां से उक्त गांजा बरामद किया गया है। पुलिस ने छापेमारी के दौरान 8 किलो 664 ग्राम गांजा बरामद करने के बाद आरोपी रामबालक सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी स्वर्ण प्रभात ने जारी प्रेस नोट में बताया है कि रामबालक सिंह पहले भारतीय सेना में कार्यरत थे। सेवानिवृत्ति के बाद बिहार पुलिस के डायल-112 में चालक के रूप में कार्यरत थे। गलत आचरण के चलते कुछ समय पहले ही उन्हें सेवा से हटाया गया था। इसके बाद उन पर विशेष निगरानी रखी जा रही थी। इसी बीच मादक पदार्थों की तस्करी में उनकी संलिप्तता की सूचना मिली।रक्सौल व रामगढ़वा पुलिस की संयुक्त टीम ने एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में छापेमारी अभियान चलाया। रक्सौल के गांधी नगर स्थित रामबालक सिंह के अर्धनिर्मित मकान में छापा मारा गया, जहां गांजा छिपाकर रखा गया था। इस दौरान रामबालक सिंह को मौके से गिरफ्तार किया गया।छापेमारी के क्रम में मौजूद दंडाधिकारी रवि कुमारी की मौजूदगी में सारी कानूनी कार्रवाई हुई।एडीपीओ धीरेंद्र कुमार के मुताबिक, रामबालक सिंह रामगढ़वा थाना क्षेत्र के बंधुबरवा गांव के निवासी हैं और गांधीनगर, रक्सौल में मकान निर्माण करा रहे थे। उसी अर्धनिर्मित मकान का उपयोग गांजा स्टॉक करने के लिए किया जा रहा था।पुलिस जांच में जुटी है कि आरोपी के तार और किन-किन लोगों से जुड़े हुए हैं।
छापेमारी में रक्सौल इंस्पेक्टर राजीव नंदन सिन्हा, रामगढ़वा थानाध्यक्ष अमरजीत कुमार, एसआई एकता सागर, एसआई सुमित कुमार, एसआई कुशलेश पांडेय सहित अन्य पुलिस बल शामिल रहे।