
रक्सौल ।(Vor desk)। रक्सौल के थाना परिसर में स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य के बाद प्राण प्रतिष्ठा समारोह मंगलवार को धूम धाम से संपन्न हो गया।तीन दिवसीय समारोह के बीच शिव अभिषेक, हवन, कीर्तन और भंडारे का आयोजन हुआ।
इस पावन अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालू उपस्थित रहे।प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही मंदिर में आम भक्तों श्रद्धालुओं द्वारा पूजन अर्चना शुरू हो गया है।
उज्जैन के कलाकारों द्वारा पुनर्निर्माण में योगदान

बताते हैं कि 1933 में स्थापित यह प्राचीन मंदिर समय के साथ जीर्ण-शीर्ण हो गया था।आरोह अवरोह और लंबे समय के मशक्कत के बाद अब इस मंदिर का पुनर्निर्माण हो चुका है और मंदिर नए और आकर्षक लुक में है,जो दर्शनीय बन गया है।इस मंदिर में विभिन्न देवी देवताओं की प्रतिमा भी स्थापित है।
मंदिर के शिखर और गुम्बज का निर्माण उज्जैन से आए विशेषज्ञ कारीगरों द्वारा किया गया है,ताकि, पारंपरिक वास्तुकला बरकरार रहे। विधिवत पूजा-अर्चना के साथ मंदिर के शिखर पर कलश और त्रिशूल स्थापित किए गए थे।

स्थानीय लोगों का मानना है कि यह पुनर्निर्माण न केवल धार्मिक, बल्कि रक्सौल के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विकास का भी प्रतीक बनेगा।हालाकि,थाना परिसर स्थित तालाब में 1990में बना सूर्य मंदिर मौजूद है,जो शहर की पहचान है।लेकिन,इसका वैभव लौटना अभी बाकी है,क्योंकि,लंबे समय से जारी लुट खसोट के बीच लगातार इस धरोहर की उपेक्षा होती आ रही है।