
रक्सौल।(Vor desk)। भारत नेपाल सीमावर्ती रक्सौल में रामनवमी के अवसर पर निकाले गए शोभा यात्रा जुलूस में भड़काऊ और आपत्ति जनक भाषण देने का मामला तूल पकड़ गया है।इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्वी चंपारण प्रशासन एक्शन मोड में दिख रहा है।आचार संहिता के विरुद्ध नियमों की धज्जियां उड़ाने के मामले में त्वरित सक्रियता दिखाते हुए पुलिस ने स्वत:संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की है।पूर्वी चंपारण एसपी स्वर्ण प्रभात ने मंगलवार को एक प्रेस नोट जारी कर बताया कि राम नवमी के दौरान रथ पर सवार एक व्यक्ति विशेष समाज के लोगों के विरुद्ध हजारों लोगों के भीड़ को उत्तेजक/आपत्तिजनक नारे लगा कर भड़का रहे थे।जिससे विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन होने की संभावना बन गई थी। 6अप्रैल2025 की संध्या 7 बजे विधि व्यवस्था ड्यूटी के क्रम में नहर चौक पर थे ,तभी सोशल मीडिया के माध्यम से रामनवमी के अवसर पर शोभा यात्रा में एक व्यक्ति भड़काउ भाषण एवं सामाजिक सौहार्द एवं दूसरे समाज पर ठेस पहुंचाने वाला वीडियो संतोष कुमार स्टूडियो वाला है,जिसका मोबाइल नंबर 9504534388-7321805269 है के आईडी से फेसबुक पर डालने का सूचना प्राप्त हुआ।इनके द्वारा दिग्विजय सिंह (पिता सुदामा सिंह),मिश्रा कोलनी वार्ड संख्या5 थाना हरैया पूर्वी चंपारण का भड़काउ भाषण का वीडियो पोस्ट किया गया था।उन्होंने बताया कि दोनो लोगों के विरुद्ध रक्सौल थाना अप्राथमिक संख्या 342/25 दिनांक 5/4/2025 धारा 126 बी.एन.एस का नोटिस तामीला करवाया गया।इसके साथ ही रक्सौल थाना कांड संख्या 148/25 संतोष कुमार(स्टूडियो वाले )के विरुद्ध बी.एन.एस धारा 196/299/302/3(5) एवं 67आईटी एक्ट के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज किया गया।उन्होंने बताया की मामले में अग्रतर करवाई की जा रही है।इधर,प्राथमिकी के बाद आरोपियों के भूमिगत होने की सूचना है।पुलिस छापेमारी में जुटी है।
वॉयस ऑफ रक्सौल. कॉम की खबर का असर
वायरल वीडियो को ले कर पुलिस ने कारवाई शुरू कर दी है।इसके जद में वे लोग भी आ सकते हैं,जिन्होने वायरल वीडियो को पोस्ट और शेयर किया है।सूचना है कि आपत्तिजनक वीडियो में जो भाषण है,उसे आयोजन समिति के वॉट्स एप सहित विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप में भी शेयर किया गया है।हालाकि,प्राथमिकी दर्ज होने की सूचना के बाद खलबली है।कईयों ने अपने अपने पोस्ट और शेयर को हटाने की कवायद शुरू की है।इस पर पूर्वी चंपारण पुलिस के साइबर सेल की नजर बनी हुई है।इसमें कुछ यूट्यूबर और ब्लॉगर भी शामिल हैं,जिन्होंने लाइव कवरेज भी किया था ।पुलिस ने उक्त दो लोगों सहित अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर गहन जांच शुरू कर दी है।पुलिस की साइबर सेल लगातार एक्टिव बताया जा रहा है। सवाल उठ रहे हैं की जब जुलूस में प्रशासन के साथ तीन तीन वीडियोग्राफर लगातार वीडियो शूट कर रहे थे,तो,इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? हालाकि ,पुलिस के एक्शन को लोग सराह रहे हैं।यदि निष्पक्ष कारवाई आगे बढ़ी तो कई इस दायरे में होंगे।

