Monday, April 21

रक्सौल में चार्टर्ड एकाउंटेंट कमल मस्करा के यहां आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी,पटना बेऊर जेल अधीक्षक विधु कुमार के आय से अधिक संपत्ति की जांच से जुड़ा है मामला!

रक्सौल।(vor desk)। केंद्रीय एजेंसी और आर्थिक अपराध इकाई की टीम रक्सौल में चार्टर्ड अकाउंटेंट कमल मस्करा के कार्यालय और आवास पर छापा मारी में जुटी है।शनिवार की अहले सुबह से यह करवाई चल रही है।सूचना है कि टीम रात्रि में ही रक्सौल पहुंच गई थी।इसके बाद मुख्य पथ स्थित मस्करा कॉम्प्लेक्स और सब्जी बाजार स्थित आवास पर जांच में जुटी हुई है।इस दौरान रक्सौल पुलिस टीम भी मौजूद है।जांच के दौरान कुछ सामग्रियों को भी नियंत्रण में लेने की सूचना मिल रही है,हालाकि,अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं।सूत्रों के अनुसार सीए कमल मस्करा की फर्म पटना स्थित बेउर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के वित्तीय मामलों को संभालती है।विधु कुमार मोतिहारी सेंट्रल जेल के सुप्रीटेंडेंट रह चुके हैं।जानकारी के अनुसार अधीक्षक विधु कुमार की आय और संपत्तियों में गड़बड़ी का पता चलने पर कार्रवाई की जा रही है।टीम रक्सौल में कमल मस्करा के कार्यालय में पहुंचने के कई दस्तावेज और लैपटॉप सहित विभिन्न उपकरण को खंगालने में जुटी है। टीम वित्तीय रिकॉर्ड खंगालते हुए अधीक्षक से जुड़े निवेश, कारोबार और उससे जुड़े लेन-देन की कड़ी को खोज रही है। रक्सौल और मोतिहारी में जमीन कारोबार में भी निवेश होने की सूचना को ले कर भी तफ्तीश जारी है।जिस कारण जेल अधीक्षक की कुंडली खंगालने की प्रक्रिया तेज हो गई है। मामले की लगातार जांच जारी है।

दरअसल,बिहार के सबसे बड़े केंद्रीय कारागार बेउर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के सरकारी और पैतृक आवास पर आर्थिक अपराध इकाई की जांच और इस बड़ी कार्रवाई सामने आने से उनसे जुड़े लोगों में खलबली है।

सूचना है कि राजधानी पटना स्थित केंद्रीय कारा बेउर के अधीक्षक डॉ. विधु कुमार के गांव स्थित पैतृक घर और जेल परिसर के पास स्थित सरकारी आवास पर आर्थिक अपराध इकाई ने शनिवार की सुबह धावा बोला। आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच के लिए पहुंचे हैं। छह महीने पहले ही बिहार कारा सेवा के अधिकारी डॉ. विधु कुमार की पटना के बेउर केंद्रीय कारागार में पदस्थापना हुई थी। बेउर काराधीक्षक बनने के बाद और उसके पहले की उनकी कमाई, पूर्वजों की संपत्ति और इनके वेतन से मिलान किया जा रहा है, ताकि आय से अधिक संपत्ति की जांच हो सके।इसी कड़ी में मोतिहारी और रक्सौल में भी छापेमारी हुई है।

हाथ लगे कई अहम दस्तावेज

जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले को लेकर की जा रही है। अधिकारियों ने अधीक्षक की संपत्तियों और वित्तीय लेनदेन की गहन जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, जेल के भीतर और बाहर अधीक्षक से जुड़ी संपत्तियों पर कई अहम दस्तावेज हाथ लगे। टीमों का दावा है कि करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति का मामला उजागर हो सकता है। इस कार्रवाई ने पूरे जेल प्रशासन और भू माफियाओं में हड़कंप मचा दिया है। इधर, जेल अधीक्षक पर आर्थिक अपराध इकाई में आय अधिक संपत्ति यानी डीए का केस दर्ज कर लिया है। अब तक की जांच में अधीक्षक के पास आय से करीब 150 सौ फ़ीसदी अधिक की संपत्ति मिलने की सूचना है। अधीक्षक के बिहटा के बिशनपूरा गांव स्थित आवास पर भी छापेमारी चल रही है।

मोतिहारी में भी छापेमारी जारी

मोतिहारी में जेल अधीक्षक के करीबी के ठिकाने पर भी छापेमारी जारी है।आर्थिक अपराध इकाई की दूसरी टीम मोतिहारी के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पतौरा गांव में जमीन कारोबारी नीरज कुमार सिंह के आवास छापेमारी करने पहुंची। इनपर भी आय से अधिक संपति का मामला दर्ज है। इस छापेमारी का तार बेऊर जेल के सुप्रिटेंडेंट विधु कुमार से जुड़ा है। दरअसल, जब विधु कुमार पूर्व में मोतिहारी जेल के अधीक्षक थे,तब नीरज से उनका संपर्क हुआ था। नीरज कुमार सिंह के खिलाफ ईओयू को कई सबूत भी हाथ लगे। फिलहाल पिछले तीन घंटे से नीरज कुमार सिंह के आवास पर छापेमारी चल रही है।हालाकि, नीरज सिंह का कहना है कि जेल अधीक्षक से रिश्ते हैं,लेकिन,उनके साथ कोई कारोबार नही है।इधर, सीए कमल मस्करा से संपर्क न होने से उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।

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