रक्सौल।(vor desk)। रक्सौल स्थित खेमचंद ताराचंद महाविद्यालय में 14 नम्बर को आयोजित होने वाले स्वर्ण जयंती समारोह के सफल आयोजन के लिए मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रकोष्ठ में किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. अनिता सिन्हा ने की, जिसमें महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय के 50 वर्षों की गरिमामयी यात्रा का उत्सव मनाना और इस अवसर को शिक्षण, संस्कृति, और सामाजिक जागरूकता के प्रति क्षेत्र के विद्यार्थियों तथा समुदाय को प्रेरित करने के लिए इस्तेमाल करना है।इस समारोह में कुलपति समेत नामी गिरामी शिक्षाविदों,क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि,कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र छात्रा ,शिक्षक और गण मान्य को आमंत्रित किया गया है।
इस समारोह के लिए मंगलवार को हुई बैठक में समारोह के संरक्षक, सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. चन्द्रमा सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित रहे और आयोजन के महत्व को रेखांकित करते हुए इसके सुचारू संचालन हेतु महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान किए।संकल्प लिया गया कि इस समारोह को यादगार और ऐतिहासिक बनाया जाएगा।जिसको ले कर विभिन्न कार्यक्रमो और कार्यों को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने , अतिथियों का स्वागत, मंच की सजावट, सुरक्षा प्रबंध, परिसर स्थित सरस्वती मंदिर, संस्थापक प्राचार्य और भूमि दाता की मूर्तियों पर माल्यार्पण जैसी जिम्मेदारियों को सौंपा गया। साथ ही, इस अवसर पर नवनिर्मित परीक्षा भवन के उद्घाटन के लिए भी अलग-अलग कर्मियों को जिम्मेदारियां दी गईं। लंबे समय से महाविद्यालय में सेवा दे रहे कर्मियों को सम्मानित करने के लिए भी एक विशेष समिति गठित की गई है। इसी क्रम में अतिथियों के स्वागत, भोजन, ठहराव आदि की व्यवस्था को भी सुचारू बनाए रखने के लिए उप-समितियों को आवश्यक निर्देश दिए गए।
इस बैठक में महाविद्यालय के विभिन्न शिक्षकों और कर्मचारियों जैसे प्रोफेसर जिछु पासवान, प्रोफेसर प्रेम प्रकाश, डॉ. अनामिका कुमारी, डॉ. प्रदीप कुमार, प्रोफेसर प्रकाश चंद्र सिंह, प्रोफेसर कृष्ण सिंह, डॉ. ओमप्रकाश वर्मा, डॉ. अमित कुमार, डॉ. भानु, डॉ. हजारी प्रसाद, डॉ काजल कुमारी, कुमार अमित, रोहित, उज्जवल, चंचल कुमारी, श्री किशुन प्रसाद, ध्रुव ठाकुर, संजीत कुमार, विवेक कुमार, सुनील कुमार, विक्रम कुमार आदि उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त समारोह में पारंपरिक भव्यता जोड़ने के लिए नेपाल के प्रज्ञा प्रतिष्ठान के सदस्य अजमत अली और नेपाल भोजपुरी समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रितु राज ने महाविद्यालय की छात्राओं, जैसे सुहानी कुमारी, सुरभि कुमारी, रंजना कुमारी, मुस्कान कुमारी, दृष्टि कुमारी, को स्वागत गीत और स्वागत दीर्घा निर्माण का प्रशिक्षण दिया। इससे समारोह में सांस्कृतिक विविधता का समावेश होगा। महाविद्यालय के वातावरण में इस आयोजन के मद्देनज़र व्यापक बदलाव और स्वच्छता की स्थिति देखी जा रही है। प्राचार्या डॉ. अनिता सिन्हा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस महाविद्यालय का उद्देश्य न केवल पठन-पाठन के माध्यम से ज्ञान प्रदान करना है, बल्कि छात्र-छात्राओं में समाज के प्रति एक जिम्मेदारी की भावना का विकास करना भी है।