Saturday, November 23

असामाजिक तत्वों ने छठ घाट पर तोड़ा श्रीसोप्ता, दो समुदायों में उत्पन्न हुआ तनाव, पुलिस प्रशासन ने संभाला मोर्चा

रक्सौल।(vor desk)। असामाजिक तत्वों ने छठ घाट पर श्रीसोप्ता तोड़ दिया। इससे दो समुदायों में भारी तनाव उत्पन्न हो गया।सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गई।
यह घटना रामगढ़वा थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर पंचायत के नन्हकार गांव के तालाब पर हुई, जहां छठ पूजा के लिए श्रीसोप्ता का निर्माण किया जा रहा था। इस दौरान आमोदेई गांव के कुछ लोगों ने वहां पहुंचकर श्रीसोप्ता को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। घटना की जानकारी मिलते ही रक्सौल एस डी एम शिवाक्षी दीक्षित और एसडीपीओ धीरेन्द्र कुमार और सुगौली इंस्पेक्टर अशोक कुमार पांडेय के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित किया।

क्या है समस्या की जड़?
तालाब पर छठ पूजा को लेकर पहले से ही दोनों गांवों के बीच विवाद रहा है। आमोदेई के ग्रामीण इस तालाब को अपनी निजी संपत्ति मानते हैं, जबकि नन्हकार के ग्रामीण इसे छठ पूजा के लिए उपयोग करते आ रहे हैं। पहले भी इस मुद्दे पर पंचायत हुई थी और तालाब के एक हिस्से का सीमांकन कर नन्हकार के ग्रामीणों को छठ पूजा के लिए दिया गया था।

विवाद का कारण
इस वर्ष छठ पूजा के लिए व्रतियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नन्हकार के लोगों ने दो नए श्री सोप्ता का निर्माण शुरू किया। आमोदेई के लोगों का आरोप है कि नन्हकार के ग्रामीणों ने पंचायत में तय सीमा से बाहर श्री सोप्ता बना रहे थे, जबकि नन्हकार के ग्रामीण इसे तय सीमा के भीतर बता रहे हैं। आमोदेई के लोगों ने श्री सोप्ता तोड़ने का आरोप खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने केवल निर्माण रोकने का प्रयास किया।

इधर ,सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया।
इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई से हालात संभाल लिए गए। सोमवार को एसडीएम शिवाक्षी दीक्षित और एसडीपीओ धीरेन्द्र कुमार के नेतृत्व में दोनों समुदायों के बीच रामगढ़वा थाना परिसर में बैठक आयोजित की गई। इसमें सभी को निर्देश दिया गया कि छठ पर्व तक विवादित भूमि पर कोई नया निर्माण नहीं किया जाएगा। छठ के बाद इस जमीन के मालिकाना हक पर सुनवाई होगी। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि छठ घाट पर असामाजिक तत्वों की उपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

शांति बनाए रखने का लिया संकल्प
तनावपूर्ण माहौल को शांत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थानीय मुखिया और ग्रामीणों के साथ मिलकर शांति बैठक आयोजित की। इस बैठक में दोनों समुदायों के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। सभी ने शांति बनाए रखने का संकल्प लिया। प्रशासन की सक्रियता और समय पर हस्तक्षेप के कारण विवाद बड़ा रूप नहीं ले पाया और छठ पूजा का आयोजन बिना किसी बाधा के संपन्न होने की उम्मीद है।

क्या कहा एसडी ने

एसडीएम शिवाक्षी दीक्षित ने कहा कि उक्त मामले में जमीन के स्वामित्व को लेकर कल देर शाम दोनो पक्ष में मतभेद हो गया था।पुलिस और प्रशासन की टीम के द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच की गई।दोनो पक्ष के द्वारा छठ पर्व तक यथावत स्थिति बनाए रखने पर सहमति जताई गई है।आज सुबह थाना पर शांति समिति की बैठक हुई, दोनो पक्ष के द्वारा पूजा में किसी तरह का व्यवधान नहीं होने देने पर सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया। छठ पूजा समाप्त होने तक तीनों शिफ्ट में पर्याप्त मजिस्ट्रेट और पुलिस बल/पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है।एहतियात के तौर पर विधि व्यवस्था प्रभावित करने वालो असामाजिक तत्वों पर 126 बीएनएसएस में बॉन्ड डाउन की कारवाई की जा रही है। स्थिति पूरी तरह सामान्य है। जिला प्रशासन छठ पर्व पूरे हर्षोल्लास और शांतिपूर्ण तरीके से करवाने हेतु पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।

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