रक्सौल।(vor desk)। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी नियम को लागु किए जाने के बाद से आम लोगो सहित कारोबारियों को अवैध रूप से अपने ब्यापारिक कार्यो को पूरा करना आसान नहीं रहा गया है।जिसको लेकर अब अवैध रूप से ब्यापारिक लेन देन करने वाले बिहार नेपाल सीमा के बीरगंज में अपना ठिकाना बना लिए है।वही से भारत ही नहीं अन्य देशो में अवैध रूप से बड़े मात्रा में रुपया का ट्रांजेक्सन किया जा रहा है। जिसकी भनक नेपाल पुलिस को लग गई है। जिसको लेकर नेपाल पुलिस प्रशासन ने एक टीम का गठन कर समय समय पर ऐसे अवैध रूप से रुपया का आदान प्रदान करने वालो पर शिकंजा कसना आरम्भ कर दिया है ।अब तक नेपाल पुलिस ने साल भर में लगभग एक करोड़ सतर लाख रुपया नेपाली एव नब्बे लाख चौरानबे हजार भारतीय मुद्रा के साथ ग्यारह नेपाली एव चार बिहार के रहने वाले कारोबारियों को बीरगंज नेपाल से हिरासत में लिया गया है । इसी कड़ी में आज अन्य दो लोगो को पन्द्रह लाख एकावन हजार रुपया के साथ हिरासत में लिया गया है।जिनकी तलाश विगत कई माह से नेपाल पुलिस को थी। इस सबंध में पर्सा जिला के एसपी रे्वती ढ़काल ने बताया की विगत कई वर्षो से ज्ञानेन्द्र सरार्फ और इम्तियाज आलम अवैध रुपया (हुंडी)का कारोबार कर रहे थे ।जिन्हें रविवार को पवन कुमार सरार्फ के घर वीरगंज महानगरपालिका वार्ड नम्बर 10 से पन्द्रह लाख एकावन हजार रुपया नगद एव विभिन्न बैंक के चेक बुक सहित अन्य कागजात के साथ हिरासत में लिया गया है।ज्ञानेन्द्र सरार्फ पवन कुमार सरार्फ के पुत्र है। जो अपने घर में ही उक्त कारोबार का संचालन करते आ रहे थे।वही उसके एक अन्य साथी इम्तियाज आलम को भी गिरफ्तार किया गया है।जो धोबिनी गाउँपालिका पर्सा (नेपाल) का निवासी है ।जो उसके साथ में यह कारोबार करता है। जिन्हें आवश्यक अनुसन्धान के लिए राजस्व अनुसन्धान विभाग को सौप दिया गया है।