वीरगंज।(vor desk)।महाराष्ट्र से उत्तर भारत और नेपाल की यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं की बस नेपाल की घुमावदार पहाडि़यों पर अनियंत्रित होकर नदी में पलट गई। पोखरा-मुग्लिन मार्ग से करीब एक हजार फीट नीचे गिरी बस में बैठे 27 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। नदी की तेज धार में पत्थरों के बीच बस के फंस जाने से बुरी तरह घायल हुए 16 यात्रियों को जिंदा बचा लिया गया,जिन्हे गंभीर हालत में हेलीकॉप्टर से काठमांडू भेजा गया।
भारतीय दूतावास की घटना पर नजर
हादसा शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े 11 बजे नेपाल के तनहुं जिले में हुआ। नेपाल पुलिस और प्रहरी दल के जवान देर शाम तक राहत-बचाव कार्य में जुटे थे। नेपाल में स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी घटना पर नजर बनाए हैं। राहत व बचाव कार्य में सहायता के लिए यूपी के महराजगंज जिले से नौतनवा के एसडीएम, क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार और एक थानाध्यक्ष को घटनास्थल पर भेजा गया है।
महाराष्ट्र से 110 पर्यटकों का जत्था भुसावल से चलकर ट्रेन से प्रयागराज पहुंचा था। ग्रुप लीडर चारु बान्डे ने इनके लिए गोरखपुर के केसरवानी परिवहन की तीन बसें बुक कराई थीं। तीनों बसों ने प्रयागराज से 16 अगस्त को यात्रियों को बैठाया और चित्रकूट, अयोध्या धाम व गोरखपुर के कई धार्मिक स्थलों पर घूमते हुए 20 अगस्त को सोनौली-बेलहिया सीमा के रास्ते नेपाल में प्रवेश किया। नेपाल में इन लोगों का आठ दिन रुकने का कार्यक्रम था। इसके लिए यात्रा परमिट बनवाया गया था। शुक्रवार की सुबह साढ़े सात बजे तीनों बसें नेपाल के पोखरा से काठमांडू के लिए रवाना हुईं। रास्ते में तनहुं के आबूखैरेनी के पास एक मोड़ पर बस नंबर यूपी 53 एफटी 7623 अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। यह बस गोरखपुर के पिपराइच स्थित तुरवा गांव का मुस्तफा उर्फ मुर्तजा चला रहा था। उसका बेटा इब्राहिम दूसरी बस (ट्रेवेलर) का चालक था। इब्राहिम ने ही हादसे की सूचना गोरखपुर में बस मालिक को दी।
नेपाल प्रहरी राजमार्ग सुरक्षा तथा ट्रैफिक व्यवस्थापन कार्यालय के उपनिरीक्षक जनक बहादुर शाही ने बताया कि हादसे में मृत लोगों के शवों की शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है।
तनहुं के जिलाधिकारी जनार्दन गौतम ने बताया कि राहत व बचाव के लिए जुटी अधिकारियों की टीम ने सभी घायल को अस्पताल भेजा है, जहां इलाज जारी है। इसमें 13 की हालत चिंताजनक है,कई अचेत हैं।शव को पोस्टमार्टम के बाद भारतीय प्रशासन को सौंपने की प्रक्रिया जारी है।बस में सवार सभी 43 भारतीय थे। इसमें मृत स्थिति में यात्रियों के 14शव निकाले गए थे,जिनकी संख्या देर शाम तक27पहुंच गई।
इधर,दूतावास सूत्रों ने बताया कि सीमा पर छह एंबुलेंस तैनात की गई हैं। पर्याप्त बसों की व्यवस्था की गई है। दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार यात्रियों का तो ब्योरा मिल गया है, लेकिन इनमें मृतकों की शिनाख्त अभी पूरी नहीं हो सकी है। नेपाल प्रशासन से तस्दीक होने के बाद मृतकों की सूची जारी करने की बात कही गई है।
इस बीच भारतीय दूतावास ने इमरजेंसी रिलीफ़ नंबर जारी किया है,जो निम्न है: +977-9851107021.”