रक्सौल ।(vor desk)।सोमवार की सुबह 8:30 बजे दरभंगा एयरफोर्स के चार सदस्यीय टीम रीट सेरोमनी के लिए मृत एयरफोर्स से रिटायर्ड डाॅ. मो. शाह आलम के घर पहुंचे, जहां भावभीनी श्रद्धांजलि के बीच जनाजा उठा और मिट्टी की रस्म हुई।इस दौरान रक्सौल के लक्ष्मीपुर गांव में मातम का आलम रहा।सभी गमगीन रहे।
बता दे कि डाॅ. मो. शाह आलम विगत 12 जनवरी 2004 में एयरफोर्स में मेडिकल विंग की नौकरी जॉइन किया था। इसी क्रम में पांच साल बाद उनकी शादी आदापुर सीरिया खुर्द निवासी प्रवेज अंसारी की बेटी साजिया खातुन से दिनांक: 10 दिसंबर 2009 को हुआ था। जिसके बाद वह नौकरी पर अपने परिवार के साथ रहने लगे तभी उनकी पत्नी ने एक बेहतर तरीके से इन्हें धोखा देकर किसी गैर मर्द के साथ चली गयी। जिसके बाद वह काफी डिप्रेशन में रह रहे थे। इसी बीच उन्होंने अपनी नौकरी से इसी साल 31 जनवरी को अवकाश प्राप्त ले लिए थे। इसी बीच उन्होंने अपने पैतृक गाँव लक्ष्मीपुर में दवाई वाला.काॅम के नाम से एक क्लिनिक खोल कर चला रहे थे। तभी उनके ससुराल वाले और पत्नी के तरफ से टॉर्चर किया जा रहा था जिससे वे काफी डिप्रेशन में चले जाने के कारण एक सुसाइड नोट लिखा ” मेरी बीबी साजिया और मेरे ससुराल वालों के तरफ से मैं बहुत टाॅचर किया जा रहा हूँ। इससे मेरा मानसिक तनाव बहुत बढ़ गया है। मैं अब जीना नहीं चाहता हूँ। मै अपना जिवन समाप्त कर रहा हूँ।” है। जिसके बाद वह अपने घर की छत के पंखा से फंदा लगा कर दूनिया से चल बसे। तदोपरांत इसकी सूचना एयरफोर्स के पदाधिकारियों को दिया गया। इस बावत अधिकारियों ने बताया कि इस घटना से काफी आहत हूँ। मैं अपने जवानों को रीट सेरोमनी के लिए भेजता हूँ। सोमवार की सुबह चार सदस्यीय टीम दरभंगा एयरफोर्स से चलकर उनके पैतृक गांव लक्ष्मीपुर पहुंचे जिसके बाद उनके जनाजे पर तीरंगा झण्डा ओढ़ा कर आख़िरी सलामी दी । उसके बाद उन्हें दफनाने के लिए कब्रिस्तान ले जाया गया। इस जनाजे में लगभग हजारों की तादाद में लोग पहूचे हूए थे।
होना था निकाह,उठा जनाजा
बताते हैं कि मोहम्मद शाह ने दूसरा निकाह का फैसला लिया था ।पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि सोमवार को दोपहर की नमाज के बाद निकाह की रस्म होनी थी।लेकिन,किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।मोहम्मद शाह ने सुसाइड कर लिया।निकाह की जगह जनाजा उठा और सभी लोग नम आंखों से अंतिम विदाई दी!