रक्सौल।(vor desk)। भारत-नेपाल सीमा के रक्सौल बॉर्डर पर रविवार की शाम इंडियन इमिग्रेशन की टीम ने एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है।वह रोहिंगिया मुस्लिम बताया जा रहा है।शक है कि वह भारत विरोधी गतिविधि से जुड़ा हो सकता है।गिरफ्तारी के बाद खुफिया विभाग जांच में जुटी है कि आखिर उसका कनेक्शन कहां कहां और किससे जुड़ा है।भारत में चोरी छुपे रहने और फर्जी ढंग से भारतीय पासपोर्ट हासिल करने और फिर नेपाल के रस्ते भारत आने के पीछे का मकसद क्या है।
फिलहाल,जांच के क्रम में बांग्लादेशी नागरिक की पहचान जावेद मोहम्मद के रूप में हुई है।जावेद के पास भारतीय पासपोर्ट (एक्स389301) था,जिसे ले कर वह रक्सौल इमिग्रेशन कार्यालय में एराइवल क्लियरेंस के लिए आया। इमिग्रेशन क्लियरेंस के दौरान संदेह के आधार पर पूछताछ एवं प्रोफाइलिंग के पाया गया कि उक्त व्यक्ति बांग्लादेश का नागरिक है।
जिसके पास से बांग्लादेशी पासपोर्ट का कॉपी भी प्राप्त हुआ।उक्त पासपोर्ट में उस व्यक्ति का नाम जी. एम. सोहाग अंकित पाया गया। उक्त व्यक्ति का चेहरा बांग्लादेश एवं भारतीय पासपोर्ट में लगे फोटो एक समान पाया गया। जिसके बाद गहराई से पूछताछ किया गया तो उस व्यक्ति ने अपना वास्तविक नाम जी. एम. सोहाग, उम्र-38 वर्ष, पिता-अब्दुल रज्जाक गाजी, पता-बोतलबोनिया, पतुआखाली सदर(बांग्लादेश )बताया। आगे उसने बताया कि वह बांग्लादेश से भारत में पहले भारतीय बीजा लेकर आ चुका है, बाद में वह गैरकानूनी रूप से आधार एवं भारतीय पासपोर्ट बनवाया, जिसमें उसने अपना नाम मो. जावेद, जन्मतिथि-13 फरवरी 1987, पिता- मीर हसन, पता-124/1, एस. सी. एम. रोड, वैद्यबटी, शेरमपुर, हुगली, पश्चिम बंगाल, भारत अंकित करवाया था।जांच में पता चला कि वह पश्चिम बंगाल के कोलकाता में रहता है।जिसके बाद उस बांग्लादेशी नागरिक को गैरकानूनी रूप से भारतीय दस्तावेज एवं पासपोर्ट बनवाने तथा उसके उपयोग करने के आरोप में स्थानीय हरैया थाना को सुपुर्द कर दिया गया।हरैया थानाध्यक्ष अंजन कुमार ने बताया कि सघन जांच और पुछ ताछ के साथ प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।