Sunday, September 22

चौका लगाने वाले डा. संजय जायसवाल को केंद्र सरकार में मंत्री बनाने की मांग,मोदी सरकार से बढ़ी जन अपेक्षा!

रक्सौल।(vor desk)।दशकों से केंद्रीय भागीदारी से महरूम चम्पारण की एक बड़ी आबादी को नई केंद्र सरकार से उम्मीद बढ़ गई है।इस बार चम्पारण में भाजपा के नीव के फाउंडर रहे वैश्यों के कद्दावर नेता व प्रसिद्ध चिकित्सक पूर्व सांसद दिवंगत डॉक्टर मदन प्रसाद जायसवाल के सुपुत्र व भाजपा के चौथे बार सांसद बने डॉक्टर संजय जायसवाल के मंत्री बनाए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है।विशेषकर उनके आधार वोटर रहे पिछड़े वर्ग (वैश्य) व दलित समुदाय में इस बात को लेकर काफी चर्चा है कि देश के पीएम नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के काफी करीबी रहे डॉक्टर जायसवाल को नव गठित मंत्रीमंडल में अहम किरदार मिलेगा।चर्चा है कि एक समय ऐसा भी आया था कि तत्कालीन बीजेपी के चार बार के सांसद रहे डॉक्टर मदन प्रसाद जायसवाल को अटल सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान नही दिया गया और बिहार के उनसे जूनियर नेता महज एक उपचुनाव जितने के बाद केंद्रीय मंत्री बना दिया गया।इससे नाराज स्वर्गीय जायसवाल ने बीजेपी छोड़ राजद का दामन थाम लिया था।बाद में वे पुत्र मोह और पारिवारिक दबाव से पुनः बीजेपी ज्वाइन किए तथा कुछ दिनों बाद उनका निधन हो गया,जिसके कारण उन के केंद्रीय मंत्री बनने के सपने धूमिल हो गए।उनके समर्थकों का कहना है कि अगर श्री जायसवाल को केंद्रीय मंत्री बना जाता है तो उनके दिवंगत पिता के प्रति भी सच्ची श्रद्धांजलि होगी तथा इससे स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं सहित उनके चाहनेवाले भी गौरवान्वित होंगे।बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार की अगुवाई करने जा रहे हैं ।वे रविवार की शाम प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ लेंगे।इसके साथ ही कैबिनेट की घोषणा भी होगी।इस पर चंपारण की नजर टिकी हुई है।पश्चिम चंपारण के भाजपा सांसद डा संजय जायसवाल को भी केंद्र सरकार में मंत्री बनाने की चर्चा तेज है।वे भाजपा के बिहार प्रदेश के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं और केंद्र सरकार के प्राक्कलन समिति के अध्यक्ष भी थे।वे लगातार चौथी बार वे सांसद चुने गए हैं।

मोदी सरकार से उम्मीद

मोदी सरकार से क्षेत्र की जनता उम्मीद लगाए हुए है की मंत्रिमंडल में पश्चिम चंपारण से प्रतिनिधित्व मिलेगा,जिससे इंडो नेपाल सिमाई क्षेत्र में शिथिल पड़े विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आयेगी तथा सीमावर्ती शहर रक्सौल को बुद्ध कॉरिडोर से जोड़ने,अंतर्राष्ट्रीय बुद्ध द्वार के निर्माण,हवाई उड़ान,रेल ओवरब्रिज के निर्माण,उच्च स्तरीय शिक्षण संस्थान खोलने,रक्सौल के रेल परिसर में बने तालाब को पक्षी अभ्यारण्य या स्टेडियम निर्माण करने के मार्ग प्रशस्त होंगे।पीएम मोदी का हाल के दिनों में चंपारण पर खास फोकस रहा है।चुनाव के क्रम में वे दो बार चंपारण आए।गृह मंत्री अमित शाह ने तो बेतिया की सभा में खुल कर संकेत दिया कि जितने पर डा संजय जायसवाल को केंद्र में मंत्री बनाया जायेगा।लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग ने भी आदापुर की सभा में यही संकेत दिए थे।

बिहार से वैश्य चेहरे को प्रतिनिधित्व की जन अपेक्षा

डा संजय जायसवाल बिहार से वैश्य समाज से एक मात्र ऐसे सांसद है,जिन्होंने चौका लगाया है।बिहार में वैश्य सांसदों की संख्या नगण्य है।ऐसे में डा संजय का चेहरा वैश्य नेता के रूप में उभरा है। जिसको ले कर वैश्य समाज मांग कर रही है की उन्हें वैश्य समाज की ओर से भागीदारी के तहत मंत्री बनाया जायेगा।इसका फायदा बिहार विधान सभा चुनाव में भी मिलेगा।भाजपा के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भैरव प्रसाद ने भी मांग किया है कि डा संजय जायसवाल ऊर्जावान और बेदाग हैं।एक सफल चिकित्सक रहे हैं।इसलिए उन्हें रेल अथवा स्वास्थ्य मंत्रालय मिलना चाहिए।वहीं,भाजपा संगठन जिला रक्सौल के जिलाध्यक्ष अशोक पांडे सहित वरीय भाजपा नेता महेश अग्रवाल , शिव पूजन प्रसाद,गणेश धानोथीया,गुड्डू सिंह,अजय पटेल,राकेश कुशवाहा,राज किशोर राय उर्फ भगत सिंह ,राज कुमार गुप्ता, रवी गुप्ता,कन्हैया सर्राफ,मनीष दुबे आदि ने कहा कि सीमा क्षेत्र से डा संजय जायसवाल को मौका मिलना चाहिए।

1 Comment

  • Munesh ram

    अगर वे मंत्री बनने है तो इस क्षेत्र का कायाकल्प करने में कोई कोर कसर अबकी बार नही छोड़ेंगे।मोदी मंत्रीमंडल में एक जनाधार प्राप्त नेता के रूप में बिहार के कद्दावर नेता डॉक्टर संजय जायसवाल ही बीजेपी।के एकमात्र चेहरा है।शुभकामनाएं💐💐🎁

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