मोतिहारी/रक्सौल ।(vor desk)।एके 47 बरामदगी मामले में कोर्ट ने कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवराज त्रिपाठी ने अत्याधुनिक हथियार बरामदगी मामले में कुणाल सिंह दोषी पाते हुए सजा सुनाई है।वहीं विभिन्न धाराओं में 42 हजार रूपया अर्थदंड की सजा भी सुनाई है। अर्थदंड नहीं देने पर कुणाल सिंह को अतिरिक्त सजा काटनी होगी।
इस मामले में सत्रवाद संख्या 1028/2023 विचारण के दौरान अपर लोक अभियोजक सुभाष चंद्र यादव ने 11 गवाहों को न्यायालय में प्रस्तुत कर अभियोजन का पक्ष रखा। वहीं बचाव पक्ष की ओर से वरीय अधिवक्ता कन्हैया प्रसाद सिंह ने पक्ष रखा।मंगलवार 7 मई को न्यायालय ने कुणाल सिंह को दोषी ठहराया था और न्यायालय ने 8 मई बुधवार को सजा के बिंदु पर फैसला सुनाया।न्यायाधीश ने अपने निर्णय में अभियुक्त कुणाल कुमार सिंह के विरूद्ध 21 अपराधिक मामले होने की चर्चा की है।न्यायालय ने कुणाल सिंह को आधा दर्जन आपराधिक व आर्म्स एक्ट मामले में दोषी पाते हुए सजा सुनाई है।
मामले में पिपराकोठी थाना के तत्कालिन एसआई मनोज कुमार सिंह ने पिपराकोठी थाना कांड संख्या 63/2023 दर्ज कराते हुए कहा था कि 15 मार्च 2023 की संध्या समय पुलिस अधीक्षक को कुख्यात कुणाल कुमार सिंह के अपने घर पर अन्य हथियारबंद अपराधियों के साथ एकत्रित होने की गुप्त सूचना मिली थी।अपराधियों के पास अत्याधुनिक हथियार होने की भी जानकारी मिली थी।पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार एएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर कुणाल सिंह के घर पर छापेमारी की गई। जहां कुणाल कुमार सिंह पकड़ा गया तथा उसके अन्य साथी पुलिस की भनक लगते ही फरार हो गए। कुणाल कुमार सिंह के पास से पुलिस ने नाईन एमएम का लोडेड पिस्टल,नाइन एमएम का दो मैगजीन,नाइन एमएम का 20 कारतूस,मोबाईल,छह वाकी टाकी बरामद किया।वहीं घर में कंबल से ढ़के बैग से रखे एक एके 47 रायफल बरामद हुआ।जिसमें 25 गोली मैगजीन सहित था।साथ हीं एक बुलेट मोटरसाइकिल भी पुलिस ने बरामद की।
बतादें कि पिपराकोठी थाना के कुड़िया बंगरी निवासी अशर्फी सिंह का पुत्र कुणाल कुमार सिंह है।वह जिला के कुख्यात अपराधियों की सूची में शामिल है।कुणाल सिंह पर पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के कई थानों में कुल 17 संगीन मामले दर्ज हैं।जिसमें हत्या,रंगदारी,पुलिस और उत्पाद टीम पर हमला,स्कूल पर फायरिंग समेत कई मामले हैं।इसका नाम सबसे पहले हरपुरनाग के मुखिया पति विरेंद्र ठाकुर की हत्या में सामने आया था और अपराध की यह पौध देखते-देखते जरायम की दुनिया में छा गया था।उसके बाद 3जुलाई 2017को रक्सौल के कैम्ब्रिज पब्लिक स्कूल के गेट पर अंधाधुंध फायरिंग कर लोगों में दहशत फैला दिया था।इस घटना में ड्राइवर विक्रमा और राम नारायण के साथ गार्ड ध्रुव नारायण गिरी घायल हो गए थे।स्कूल बस पर भी फायरिंग हुई थी, जिसमे 9एम एम के भी कारतूस कैंपस से बरामद हुए थे।
संयोग था कि स्कूल के बच्चे चपेट में नहीं आए,लेकिन,इसकी काफी दहशत लंबे अरसे तक रही।आज भी स्कूल प्रबंधन और तब के छात्र इस माजरे को याद कर सहम जाते हैं।बिहार में फिल्मी स्टाइल में फायरिंग कर दहशत फैलाने की यह पहली घटना थी,जब रंगदारी के लिए स्कूल में फायरिंग की गई थी।
इस घटना से दहशत फैलाने के बाद कुख्यात बब्लू दूबे की बेतिया कोर्ट में हत्या के बाद कुणाल सिंह सुर्खियों में आया था।इसकी गिरफ्तारी वर्ष 2017 में गिरफ्तारी हुई थी।फिर जमानत पर निकलकर वह फरार हो गया।जिसके बाद कुणाल सिंह को तत्कालिन एसपी उपेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पकड़ने गई पुलिस टीम के साथ उसकी मुठभेड़ हुई थी।जिसमें दो अपरिधियों के साथ हीं एक भैंस को भी गोली लगी थी और कुणाल अंधेरे का फयदा उठाकर फरार हो गया था।जबकि हाल हीं में उसने अपने गांव में हीं उत्पाद पुलिस पर कातिलाना हमला किया था।जिसमें कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे।