रक्सौल।(vor desk)। पश्चिम चंपारण संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के टिकट पर डॉ. संजय जायसवाल चुनावी मैदान में हैं। यहां से वे मौजूदा सांसद भी हैं।हैट्रिक लगा चुके डा संजय जायसवाल यहां इस बार स्थानीय मुद्दों पर सवालों से जूझ रहे हैं।सोमवार 06 मई को वे रक्सौल मे दिन भर धुआंधार जन संपर्क अभियान में थे। रक्सौल नगर समेत क्षेत्र के गांव,कस्बों में इन्होंने दौरा कर चौथे टर्म के लिए आशीर्वाद मांगा।उन्होंने कहा कि रक्सौल को विकसित बनाने का संकल्प पूरा करेंगे।
इस बीच रक्सौल प्रखंड के नोनेयाडीह में ग्रामीणों ने आक्रोश प्रकट करते हुए घेराव कर दिया। गो बैक के नारे लगाए।गांव में जाने से रोक दिया और सड़क की बदहाली पर सवाल खड़े किए। ग्रामीणों का कहना था कि चुनाव जीतने के बाद के 15 वर्षों में नोनियाडीह पंचायत में वो कभी नहीं आए।अपेक्षित विकास नही हुआ।लोगों का गुस्सा इस बात को लेकर था कि उनके गांव नोनियाडीह से महादेवा तक जाने वाली सड़क काफी खराब है।
बता दें कि बीजेपी प्रत्याशी डॉ. संजय जायसवाल के पिता स्व. मदन जायसवाल भी लगातार 15 वर्ष तक सांसद रहे हैं।तीन बार संजय जायसवाल सांसद रह चुके हैं।इस बार चौथी बार मैदान में हैं।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने किया हस्तक्षेप
मौके पर ग्रामीणों का विरोध देखकर सांसद संजय जायसवाल कुछ देर के लिए असहज दिखे।
ग्रामीणों की भीड़ धीरे-धीरे बढ़ने लगी और संजय जायसवाल समेत उनके साथ आए समर्थकों के साथ ग्रामीणों की बहस शुरू हो गई। खैर बाद में ग्रामीण शांत हुए।संजय जायसवाल ने बताया कि हरेक कार्य की अलग अलग जिम्मेवारी है।कुछ काम की जिम्मेवारी स्थानीय जन प्रतिनिधियों की भी है। उन्होंने ग्रामीणों की समस्या पर अधिकारियों से बात की और सड़क पर ईंट का राबिस गिराकर पानी छिड़काव करने के लिए कहा। फिर ग्रामीण शांत हुए और उनसे चुनाव को लेकर बात की।
अचानक विपरीत स्थिति उत्पन्न होने के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पहल की।जिसके बाद बैठक और कार्यक्रम का सिल सिला आगे बढ़ा और बीजेपी सांसद का काफिला नोनियाडीह पंचायत से आगे की ओर निकल सका।इस बारे में रक्सौल के भाजपा मीडिया प्रभारी राजकिशोर भगत ने मीडिया को बताया कि, ”नोनियाडीह गांव में तालाब था. जो बिक गया है और उसमें मिट्टी भरने के लिए ट्रैक्टर का उपयोग हुआ है।जिस कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो गया है और मिट्टी भराई के कारण धूल से लोग परेशान हैं।
बता दे कि इस सीट पर छठे चरण में 25 मई को लोकसभा का चुनाव होना है।