रक्सौल।(vor desk)।नेपाल के शक्ति पीठ में कहे जाने वाले वीरगंज स्थित सुप्रसिद्ध गहवा माई मंदिर में वासंतिक नव रात्रा के महा अष्टमी पर दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही।वहीं,भव्य निशान सह डोली यात्रा निकली।
चैत्र वासंतिक नव रात्र के महा अष्टमी पर मंगलवार को गहवा माई की भव्य निशान सह डोली यात्रा ऐतिहासिक और यादगार रही।सुबह इस अवसर पर जहां नगर में श्रद्धालुओं ने विशाल बाइक जुलूस निकाला।वहीं,दोपहर में मंदिर के मूल पुजारी राधे श्याम उपाध्याय के द्वारा विशेष पूजा अर्चना के बाद शाम 4बजे से गाजे बाजे ,पुष्प वर्षा और जय माता दी के नारे सहित गहवा माई की जय जयकार के बीच निशान सह डोली यात्रा का आयोजन हुआ।
वीरगंज के माई स्थान स्थित गहवा माई मंदिर से यह यात्रा शुरू हुई,जो रेशम कोठी,गणेश मान चौक,वीरता माई मंदिर,अलाखिया मठ, मेन रोड ,महावीर मंदिर ,घंटा घर से गुजरते हुए नगर परिक्रमा के बाद वापस गहवा माई मंदिर परिसर पहुंचा।इसमें वीरगंज के मेयर राजेश मान सिंह,पुजारी राधे श्याम उपाध्याय,नेपाल के चर्चित फिल्म स्टार राजेश हमाल,माई स्थान संचालन समिति के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार साह,डा प्रमोद कुमार सर्राफ,गहवा माई रथ यात्रा समिति के अध्यक्ष श्याम पोखरेल, महा सचिव लक्ष्मी नारायण गुप्ता सहित गण मान्य लोग अगुवाई में थे।डोली यात्रा में रक्सौल समेत सीमा क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।गाजे बाजे, विभिन्न धार्मिक झांकी,नृत्य के साथ निकले इस निशान सह डोली यात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।माथे पर जय माता दी की पट्टी बांधे और लाल वस्त्र धारण करने के साथ ही हाथ में जय माता दी और भगवा ध्वज लहराते भक्तजन यात्रा के दौरान झूमते रहे।गहवा माई मंदिर को भी फूलो और झिलमिल रोशनी से दुल्हन की तरह सजाया संवारा गया है।
बता दे कि इससे पहले जून 2023में जीर्णोद्वार कर बनाए गए आधुनिक मंदिर के 11वें वार्षिकोत्सव पर रथ यात्रा कमेटी का आयोजन हुआ था।इसके बाद यह भव्य डोली यात्रा पहली बार आयोजित हुई है। हर वर्ष शारदीय नव रात्रा में सप्तमी को फूला पाती आयोजित होती है, जिसमे नेपाल सेना माता की डोली को सलामी देती है।