भारतीय महा वाणिज्य दूतावास द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम पर झूमे लोग
रक्सौल।(vor desk)। सिया के बिना राम का दर्शन अधूरा है।भारत नेपाल का रिश्ता त्रेतायुग से है।अयोध्या में प्रभु राम चंद्र जी और जनकपुर में सीता माता बसीं हैं।अयोध्या में नव निर्मित राम मंदिर का उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा भारत के पीएम मोदी ने किया है। सिया के बिना राम अधूरे हैं।इसलिए भारत के पीएम अब सिया का घर भी देखेंगे और सिया के अयोध्या जाने का रास्ता भी बनेगा।उक्त बाते शनिवार की संध्या भारत के 75वें गणतंत्र दिवस पर वीरगंज में भारतीय महा वाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि नेपाल के मधेश प्रदेश के राज्यपाल हरिशंकर मिश्र ने कही।उन्होंने कहा की भारतीय गणतंत्र की आत्मा उसका संविधान है और भारतीयता उसकी पहचान है।उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर जब बना तो प्राण प्रतिष्ठा पर हिंदू के साथ अन्य जाति धर्म के लोग भी इसमें शरीक हुए,जो इसकी खूबसूरती है।श्री मिश्रा ने कहा कि मंदिर बनने से यह रिश्ता और मजबूत हुआ है।नेपाल को भारत का सहयोग रहा है और मुझे विश्वास है कि यह सहयोग आगे भी निरंतर जारी रहेगा।
वीरगंज के भिस्वा होटल में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन प्रमुख अतिथि मधेश प्रदेश के गवर्नर हरि शंकर मिश्र, विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री सरोज कुमार यादव तथा भारतीय महा वाणिज्यदूत श्री देवी सहाय मीणा ने दीप प्रज्वलन कर किया।
इस मौके पर अपने संबोधन में मधेश प्रदेश के मुख्य मंत्री सरोज यादव ने गण तंत्र दिवस की शुभ कामनाएं देते हुए कहा कि भारत सरकार से मधेश प्रदेश को विशेष सहयोग की अपेक्षा है।आशा ही नही विश्वास है की मधेश की जनता के हित में सहयोग और कार्य होंगे।
भारतीय महा वाणिज्य दूत श्री देवी सहाय मीणा ने कहा कि भारत के लिए पूरा अर्थ एक दुनिया है,रहने वाले एक परिवार है।नेपाल भी परिवार की तरह है।दोनो देशों के बीच साझा संस्कृति,धार्मिक रिश्ते हैं,जो त्रेतायुग से चले आ रहे हैं।भारत नेपाल के पर्यटन ,निवेश का बड़ा साझीदार है।हाल ही में दीर्घ कालिक विद्युत समझौता पर हस्ताक्षर हुए हैं। 120केवी के रक्सौल परवानीपुर समेत तीन विद्युत प्रसारण लाइन का उद्घाटन हुआ है,जिससे विद्युत आयात निर्यात व्यापार में सुविधा होगी।उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए समझौते के बाद भारत नेपाल में लघु विकास परियोजना के लिए 5करोड़ की जगह अब20करोड़ का कार्य सीधे कर या करवा सकेगा।भारत पड़ोसी प्रथम की नीति पर कायम है।एक दूसरे से मिल कर काम करने को तत्पर है और रहेगा।
नेपाल तथा भारत के राष्ट्र गान के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरुआत गणेश वंदना से की गयी है।इसके बाद वीरगंज के ज्ञानदा स्कूल के छात्राओं
द्वारा ‘अयि गिरि नन्दिनी नन्दिती मेदिनि, विश्व विनोदिनी नन्दिनुते’ जैसे गीत की प्रस्तुति हुई। पधारो म्हारो देश समेत फोक डांस और कालबेलिया नृत्य पार दर्शक झूमने को मजबूर हो गए।इसमें चेष्टा मितल,सुदीप्ति सर्राफ,आद्या लोहिया,अदिति मरोदिया,सागरिका मितल, निशी कुमारी,वेदिका ठाकुर,प्राची शर्मा की टीम ने जानदार प्रस्तुति दी,मंच संचालन उप महा वाणिज्य दूत तरुण कुमार ने किया।धन्यवाद ज्ञापन वाणिज्य दूत शैलेंद्र कुमार ने किया।इस अवसर पर मुख्य और विशिष्ट अतिथि का स्वागत महा वाणिज्य दूत ने अंग वस्त्र और पुष्प गुच्छ दे कर किया।कार्यक्रम की समाप्ति पर प्रतिभागी कलाकारों को पुरस्कृत भी किया गया।मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री मो लाल बाबू राउत,अर्थ मंत्री संजय कुमार यादव, सामाजिक विकास मंत्री वीरेंद्र सिंह, खेल कूद तथा समाज कल्याण मंत्री सुरीता साह,उद्योग,वाणिज्य एवं पर्यटन मंत्री सुनीता यादव,वन तथा वातावरण मंत्री रमेश प्रसाद कुर्मी,पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी,पूर्व मंत्री जितेंद्र सोनल,पूर्व मंत्री प्रदीप यादव,वीरगंज के मेयर राजेश मान सिंह,जनकपुर के मेयर मनोज साह,नेपाल भारत सहयोग मंच के अध्यक्ष अशोक वैध,सत्याग्रह संस्था के संस्थापक चंद्र किशोर झा,वीरगंज स्थित महावाणिज्य दूतावास के कौंसूलर शैलेंद्र कुमार,शशिभूषण कुमार,सतीश पुटपु,प्रो डा हरेंद्र हिमकर,महेश अग्रवाल,कमलेश कुमार, रणजीत सिंह,नंदिनी गुप्ता,गणेश शंकर,शारदा कला केंद्र की शिखा रंजन, शिपू तिवारी, संतोषानंद,शंकर आचार्य सहित कई मंत्री, सांसद बिधायक, मेयर, समाजसेवी, उद्योगपति , पत्रकार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।(रिपोर्ट/पीके गुप्ता)