रक्सौल।(vor desk)। अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को ले कर श्री राम लिखे झंडा के साथ राम नामी गमछा,स्टीकर एवं पूजन सामग्री की जबर्दस्त मांग के कारण किमतो में उछाल आया और कई सामग्री आउट ऑफ स्टॉक होने से किल्लत हो गई है।उक्त सामग्री मुंहमांगे दर पर बिक्री हुई।बताते हैं कि रक्सौल समेत सीमा क्षेत्र में एकाएक मांग बढ़ गई है,जिससे भाव में तेजी आई ।यहां बड़े छोटे राम झंडे,दिया ,पूजा सामग्री,पटाखा का नेपाल में काफी डिमांड रहा।इसकी खरीद के लिए नेपाली ग्राहकों की आवक बढ़ी है,जिस कारण मांग ज्यादा होने से किल्लत बढ़ गई है।राम और राम जानकी, हनुमान के नाम और चित्र वाला 2रुपए में बिकने वाला स्टीकर10रुपए में बिक रहा है।बाइक पर लगाने वाला झंडा भी दो गुना से ज्यादा कीमत पर बिक रही है।वहीं,30रुपए वाला झंडा 100रुपया ,120रुपए वाला झंडा400रुपए, 150 रुपए वाला 600रुपए में बिक रहा है।प्लास्टिक नट वाला झंडा 20की जगह60रुपए तक बिका,फिर भी किल्लत रही ।
फुटकर विक्रेता ओमप्रकाश ठाकुर का कहना है कि उन्हें यह आभास नहीं था कि धर्म ध्वज और अन्य सामग्रियों की इतनी किल्लत बढ़ेगी। वरना कुछ अधिक खरीदारी करते।बावजूद,उम्मीद से ज्यादा महावीरी झंडे,जय श्रीराम लिखित ध्वज की जबर्दस्त बिक्री हुई।वही,मुकेश कुमार का कहना है कि अचानक आए उछाल नेपाली लोगों के बाजार में आवक होने से आई।जो भी खरीद की थी,दोपहर तक कुछ नहीं बचा।राम के झंडे की जगह जय माता दी लिखा झंडा भी खूब बिका।एक अनुमान के मुताबिक ध्वज सहित पटाखे और बेमौसम दिवाली सामग्री के कारोबार महज रविवार को 25लाख रुपए से कम की नहीं हुई।बताते हैं कि इस किल्लत का अंदेशा कारोबारियों को पहले से ही था,इसलिए भरपुर स्टॉक किया गया था।अब जब किल्लत बढ़ी है,तो,मांग अनुरूप बाजार भाव में उछाल आ गया।स्थिति यह रही कि किसी भाव में भी खरीद हुई।उस पर भी किल्लत रही।सूत्रों ने बताया कि सभी साइज के झंडे पांच गुना महंगे हो गए ।छोटे व्यापारियों के पास तो स्टॉक की कमी हो गई है,जिससे वे हाथ मलते दिख रहे हैं।पटाखा की बिक्री और कीमत में भी काफी उछाल आया है।इसमें 15, स्टार,फुलझड़ी, रॉकेट, बम का डिमांड बना हुआ है।मिट्टी के बने दिया की भी किल्लत है।50-60 रुपए सैकड़ा बिकने वाला दिया 150रुपए से ऊपर बिक रहा है।
रक्सौल के हरनाही,जोकियारी समेत विभिन्न गांवों में दो सौ से ज्यादा लोग इस मिट्टी के दिया बनाने में जुटे हुए थे ,लेकिन,काफी ठंड और कुहासे के कारण दिया सुख नहीं पाने से किल्लत बनी रही। जय श्री पंडित का कहना है कि दीपावली से ज्यादा बिक्री इस बार हुई है।इधर,रूई और सूत के बत्ती के मांग में भी काफी उछाल है।सरसो तेल दीपावली पर्व की अपेक्षा फिलहाल 125/130 रुपए लीटर की दर से बिक रहा है,लेकिन, तिल के तेल की कीमत में30 रुपए तक का उछाल आया है।हालाकि,इतने में भी बाजार में शुद्ध तिल तेल नही मिल रहा।कपूर के मांग में भी उछाल है।अगरबत्ती और धूप बत्ती के साथ हवन सामग्री की भी मांग खूब है।वहीं, मिष्ठान के भी ऑर्डर खूब दिए गए हैं,जिससे मिस्ठान कारोबारियों की बल्ले बल्ले है।(रिपोर्ट:पीके गुप्ता/राजेश केश्रीवाल)