रक्सौल।(vor desk)।राम जन्म भूमि अयोध्या में नव निर्मित राम मंदिर के22जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण पहुंचने लगा है।इसमें नेपाल सीमावर्ती पूर्वी चंपारण के रक्सौल स्थित काली मंदिर के पीठाधीश्वर सह जगत गुरु वामा चार्य सेवक संजय नाथ जी महराज को भी स्पिड पोस्ट से निमंत्रण प्राप्त हुआ है।इससे क्षेत्र के साधु संतों और मंदिर कमेटी से जुड़े लोगों में हर्ष है।वे विश्व हिंदू परिषद के अंतराष्ट्रीय मार्ग दर्शक मंडल सदस्य भी हैं और इसी रूप में उन्हे निमंत्रण मिला है। Voiceofraxaul.com से रु ब रू होते हुए उन्होंने राम जन्म भूमि न्यास का आभार जताया और कहा की राम मंदिर बनने के बाद अब मेरा संकल्प और सपना पूरा होने वाला है।उन्होंने कहा कि यह पूरे दुनिया के सनातन के लिए गर्व की बात है कि राम लल्ला अपने विशाल और भव्य मंदिर में विराजने वाले हैं।यह श्री राम मंदिर दुनियां में हिंदू तीर्थ के रूप में परचम लहराएगा और हिंदुत्व को नए सिरे से प्रतिष्ठित करेगा।इसके लिए मंदिर के लिए आंदोलन करने और कुर्बानी देने वाले विहिप,साधु संतों का योगदान आविष्मर्णीय है।पीएम नरेंद्र मोदी ऐसे युग पुरुष हैं,जिन्होंने श्री राम जानकी को 75साल के टेंट वाले वनवास से निकाल कर मंदिर में प्रतिष्ठित किया है।उन्होंने बताया कि मेरा संकल्प था कि जिस दिन मंदिर में राम लल्ला विराजेंगे,उसी दिन वे मंदिर में प्रवेश कर दर्शन पूजन करेंगे।राम लल्ला ने उनका संकल्प पूरा कर दिया है और बुलावा भी भेजा है जो मेरे लिए सौभाग्य की बात है।आज तक मैं अयोध्या नही गया हूं, जबकि ,उसी रास्ते अनेकों बार दिल्ली देश के अन्य हिस्से में आना जाना होता रहा हैं।500 साल के इंतजार और लम्बे संघर्ष उपरांत मंदिर बनने के बाद प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हो कर मेरा जन्म सिद्ध और सफल होगा।
58वर्षीय श्री नाथ ने बताया कि जब राम मंदिर के लिए कार सेवा शुरू हुई थी थी तो वे युवा थे।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री थे।इस पद पर रहते हुए हमने मंदिर के लिए ईंट भी भेंट किया था।पीठाधीश्वर संजय नाथ ने बताया कि मिले आमंत्रण पर वे19जनवरी को अयोध्या के लिए कुच करेंगे।उनके साथ मंदिर से जुड़े गुरु नाथ अखाड़ा के प्रमुख अल्टर बाबा भी साथ जायेंगे।इसके लिए खास तैयारी की जा रही है।नेपाल के प्रवेश द्वार रक्सौल से प्रभु राम लल्ला के लिए विशेष मिष्ठान और मेवा समेत अन्य सौगात समर्पित किया जाएगा।साथ ही उनके लिए विशेष तौर पर बनवाए गए कशीदाकारी युक्त दोशाला अंग वस्त्र के रूप में भेंट किया जायेगा।श्री राम के ससुराल यानी जानकी धाम क्षेत्र व सीमा क्षेत्र प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने अत्यंत खुशी और गर्व हो रहा है।राम लल्ला के मंदिर में विराज मान होने के बाद दूसरा संकल्प माता जानकी के देश नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाना है।जो भी जल्द ही साकार होगा।उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह को सफल बनाने लिए कुच करने से पूर्व रक्सौल स्थित काली मंदिर में विशेष अनुष्ठान और पूजा अर्चना भी होगी।(रिपोर्ट:पीके गुप्ता)