वीरगंज।(vor desk)। नेपाल के दांग जिले में शुक्रवार (12 जनवरी) को देर रात एक बस राप्ती नदी में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।इस हादसे में तीन भारतीय नागरिकों समेत 12 लोगों की मौत हो गई है।
दांग के मुख्य जिला अधिकारी रामबंधु सुबेदी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दुर्घटना कल रात करीब 22:30 बजे उस समय हुई जब काठमांडू आ रही बस राप्ती नदी पर बने पुल की रेलिंग से टकराकर नदी में गिर गई। हादसे में 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 23 अन्य घायल हुए हैं।घायलों में तीन भारतीय शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बचावकर्मियों को बस को नदी से बाहर निकालने में लगभग चार घंटे लग गये। घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
दांग जिले के भालूबांग में हुई दुर्घटना में मारे गए कुल 12 लोगों में सभी पहचान हो गई है।मृतक में तीन भारतीय भी हैं भालूबांग पुलिस के मुख्य निरीक्षक उज्ज्वल बहादुर सिंह ने दुर्घटना पर जानकारी दी कि यात्री बस बांके के नेपालगंज से काठमांडू जा रही थी।इसी दौरान बस पुल से फिसल कर राप्ती नदी में गिर गई।
*दुर्घटना में मारे गए तीनो भारतीयों की हुई पहचान
नेपाल बस दुर्घटना में मारे गए तीन भारतीयों की पहचान की गई है। इसमें एक बिहार के मलाही के रहने वाले योगेन्द्र राम (67) है, जबकि दूसरे मृत व्यक्ति की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले मुने (31) के रूप में की गई है।तीसरे की पहचान बहराइच के चेतराम शिल्प कार के रूप में हुई है।शेष सभी नेपाल के हैं।नेपाल पुलिस के मुख्य निरीक्षक ने मामले पर कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि हादसे के पीछे प्रथम दृष्टया चालक की लापरवाही है। 28 वर्षीय बस चालक लाल बहादुर नेपाली से पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लिया गया है।
*घायलों की पहचान,इलाज जारी
घायलों की पहचान भारत के बहराइच की छोटी सिलौटा और रूपेश कुमार समेत काठमांडू में रहने वाली अब्या पांडेय, काठमांडू के कालीमाटी में रहने वाली मंजू शर्मा, बांके के निरंजन कोरी, नेपालगंज, बांके में रहने वाले आशुतोष गौतम, रौतहट में रहने वाले संजय कार्की, धन बहादुर पुन मगर, बरदिया के राजीव थारू, जुमला के विशाल बोहरा, बांके के दशरथ विक, बांके के नफीज खान, डोलपा केधनकली बूढ़ा, बांके राप्ती सोनारी गापा के कुल बहादुर गोसाई, सुबास कार्की चखेवा, बांके के नेपालगंज की लीला वाली, बांके के नेपालगंज की कुसुम बासनेत, बांके बैजापुर के शंकर थारू के रूप में हुई है।इनका इलाज जारी है।