Sunday, November 24

कस्तूरबा स्कूल में जांच करने पहुंचे रक्सौल के डीएसपी धीरेंद्र कुमार बन गए शिक्षक,छात्राओं को सफलता के लिए दिए कई टिप्स,शपथ भी दिलाई!

रक्सौल।(vor desk)। रक्सौल स्थित कस्तूरबा कन्या +2विधालय के करीब1हजार मैट्रिक और इंटर के छात्राओं से शुल्क लेने के बावजूद परीक्षा का फॉर्म बोर्ड में जमा नही होने के कारण उनका भविष्य अधर में दिख रहा है।यह मामला बिहार सरकार तक पहुंच चुका है।अधिकारियो की लगातार जांच चल रही है।विशेष परीक्षा में छात्राओं को शामिल कराने की बात हो रही है।इस बीच रक्सौल की बीईओ रंजना कुमारी ने पहुंच कर मामले की जांच की।वहीं,दूसरी ओर इस मामले में एचएम अजय कुमार श्रीवास्तव ने रक्सौल थाना में साइबर कैफे संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।इसी मामले को ले कर डीएसपी धीरेंद्र कुमार जांच को पहुंचे ।वे छात्राओं के भविष्य को ले कर चिंतित दिखे ।वहीं,विधालय प्रशासन के खिलाफ सख्त।सूत्रों के मुताबिक,उन्होंने जांच के क्रम में एच एम को अजय कुमार को डांट भी पिलाई।पूछा कि जब साइबर कैफे वाले ने पैसा वापस नही दिया तो विशेष परीक्षा का फार्म कैसे भरा जाएगा?पैसे कहां से आएंगे?यह लापरवाही क्यों हुई?इस सवालों से विधालय प्रबंधन की सिटी पीटी गुम थी।इस दौरान एच एम अजय कुमार ने स्वीकार किया कि फार्म का पैसा वो व्यवस्था कर के देंगे,ताकि छात्राओं का भविष्य बर्बाद ना हो।
इस जांच के दौरान ऐसा वाक्या हुआ जो चर्चे में आ गया।डीएसपी धीरेंद्र कुमार एक कक्षा में इस मामले में छात्राओं की पीड़ा जानने उनके वर्ग कक्ष में घूसे।उन्होंने जब पूछा कि आप सब किस क्लास में पढ़ती हैं?तो जनाब आया 9वीं में।उनके द्वारा शुल्क देने के बाद भी मैट्रिक परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म जमा ना होने का मामला सामने आया।

इस दौरान डीएसपी धीरेंद्र कुमार की जांच के क्रम की कड़कमिजाजी छात्राओं के बीच पहुंच कर गुम हो गई और जांच अधिकारी से शिक्षक बन गए।

उन्होंने पूछा की आप लोग मोबाइल चलाती हैं?अधिसंख्य जबाब मिला -हां!

फिर उन्होंने पूछा कि आप में अखबार कितने पढ़ती हैं? जबाब अपेक्षा कृत काफी कम आया!

उसके बाद उन्होंने पूछा कि ऐसे कैसे काम चलेगा?स्टूडेंट्स के लिए यह लाइफ स्टाइल कैरियर के लिहाज से ठीक नही।

उन्होंने पूछा कि आप सब मेरी तरह बनना चाहती हैं?मतलब कि ऑफिसर। बड़ा आदमी…!

ज़बाब आया – हां !

इस पर डीएसपी श्री कुमार ने पढ़ाई के महत्व,लक्ष्य के प्रति समर्पण और स्टूडेंट्स के लाइफ स्टाइल पर फोकस करते हुए इससे जुड़े कई टिप्स दिए।

उन्होंने पूछा कि आप सब सफल होने के लिए अपना लाइफ स्टाइल बदलेंगी?सकारात्मक ज़बाब के बाद उन्होंने कहा कि तब शपथ लीजिए कि मोबाइल कम चलाएंगी।रोज एक घंटा अखबार पढ़ेंगी..!

इस पर सभी ने हाथ उठा कर शपथ लिया।फिर उन्होंने कहा कि मोबाइल जरूरी है।इस पर पूरी दुनिया का नॉलेज है।इसका सदुपयोग कीजिए।महापुरुषों की जीवनी पढ़िए।अच्छी अच्छी किताबे पढ़िए। समय को फालतू जाया करने और फालतू चीजों से परहेज कीजिए।मोबाइल पर रीडिंग का अभ्यास कीजिए और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी अभी से शुरू कीजिए।उन्होंने कई टिप्स दिए।जिसके बाद माही,अदिति वरनवाल,प्रिया,खुशी,सलोनी मिश्रा,मुस्कान,संजना,अंजली आदि छात्राओं ने जाते वक्त थैंक्यू सर कह कर अभिवादन और धन्यवाद ज्ञापन भी किया।विधालय के शिक्षक पवन किशोर कुशवाहा ने डीएसपी के शिक्षक की भूमिका निभाने पर कहा कि ऐसी पहल से छात्र छात्राओं का मनोबल बढ़ता है।

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