Sunday, November 24

सरिसवा नदी के गंदे जल में अर्घ्य देने को विवश हुए छठ व्रती,घर और मंदिर परिसर में छठ करने की होड़!

रक्सौल।(vor desk)।लोक आस्था के महा पर्व छठ पूजा के अवसर पर काफी दबाव के बाद नेपाल से निकलने वाली सरिस्वा नदी का पानी अस्थाई रूप से साफ हुआ।इस बीच नदी में रसायन युक्त जल उत्सर्जित कर प्रदूषण फैलाते पाए जाने पर वीरगंज महा नगर पालिका प्रशासन द्वारा परवानीपुर स्थित सिद्धि टेक्सटाइल प्राइवेट लिमिटेड को 30हजार रुपए जुर्माना भी किया गया।महा नगर पालिका के स्वच्छता प्रकोष्ठ के प्रमुख सरफुद्दीन मियां ने बताया कि छठ पर्व के पूर्व फैक्ट्री संचालक पर उक्त जुर्माना किया गया।उन्होंने बताया कि अब तक उक्त फैक्ट्री समेत छह फैक्ट्री को जुर्माना किया गया है।इधर,पूर्व की अपेक्षा नदी का पानी साफ होने से रक्सौल और वीरगंज में सरिसवा नदी घाट पर छठ व्रती कार्तिकी छठ पर अर्क दे सकीं।हालाकि,नदी में स्नान से व्रतियों ने परहेज किया।नदी के जल का छींटा मार शुद्धिकरण की खानापूर्ति की गई।नदी के तल में जमे लेदी(उत्सर्जित रसायन युक्त कचरा) से काफी परेशानी हुई। जब हजारों व्रती एक साथ अर्क देने नदी में उतरे तो काला और बदबूदार जल से काफी मुश्किल हुआ।इस बारे में डा प्रो किरण बाला, गीता देवी,किरण देवी आदि व्रतियो ने बताया कि मजबूरी में हम इस नदी में छठ पूजा करने को विवश हैं।नदी संरक्षण के लिए इसे स्थाई रूप से स्वच्छ बनाने की जरूरत है।

घर पर छठ:सरिसवा नदी के प्रदूषित जल को देखते हुए रक्सौल के कतिपय स्थानों पर श्रद्धालुओं ने अपने छत और दरवाजे पर हीं पोखरा और छठी माता की प्रतिमा बनाकर छठी माता को अर्घ्य देकर ब्रत किया गया। नदी का पानी काफी गंदा होने के कारण अपने ही घर के छतों पर घाट बनाकर छठ मनाने का निर्णय लिया गया।श्रद्धा व उल्लास पूर्वक पूजन किया।

*सूर्य मंदि,शिव हनुमान मंदिर और राम जानकी मंदिर परिसर में छठ


:शहर के रक्सौल थाना परिसर स्थित तालाब में बने सूर्य मंदिर समेत तुमड़िया टोला शिव हनुमान मंदिर,राम जानकी मंदिर परिसर में छठ पूजा आयोजित हुई। कारण नदी प्रदूषण रहा।इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ ने नदी घाट से दूर रह कर छठ व्रत किया।

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