रक्सौल (vor desk)। बिहार -नेपाल सीमा के रक्सौल में लोक आस्था के महा पर्व छठ पूजा के मौके पर हजारों छठव्रतियों ने नदी, तालाबों और नहरों पर बने घाटों पर जाकर पूजा अर्चना की और अर्घ्य दिया। घाटों पर घुटने तक पानी में खड़े होकर छठव्रतियों और श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया।
प्रकृति पूजन के पर्व छठ को लेकर श्रद्धालुओं में धार्मिक श्रद्धा और उत्साह का माहौल है। छठ व्रतियों ने 36 घंटों का निर्जला उपवास रखा है और सोमवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण कर अन्न जल ग्रहण करेंगे।
रक्सौल में सरिसवा नदी तट पर बने प्राचीन आश्रम रोड घाट ,बाबा मठिया,त्रिलोकीनाथ मंदिर,कौड़िहार नहर चौक, बौद्धी माई घाट ,भकुआ ब्रह्मबाबा स्थान व कस्टम घाट, सूर्य मंदिर,तुमड़िया टोला शिव हनुमान मंदिर छठ घाट समेत विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं ने घाटों पर पवित्र स्नान कर अस्ताचलगामी सूर्य की पूजा अर्चना की। छठ के मधुर गीतों से पूरा माहौल इन दिनों भक्तिमय हो गया है और हर तरफ उत्साह देखा जा रहा है।
बिहार प्रशासन के पहल,वीरगंज स्थित भारतीय महा वाणिज्य दूतावास के दबाव और वीरगंज महा नगर पालिका के कड़े रुख से सरिसवा नदी का जल पूर्व की अपेक्षा साफ होने पर ब्रतियो ने राहत की सांस ली।
रक्सौल प्रशासन और नगर परिषद घाट की सजावट,शांति,सुव्यवस्था के मद्देनजर चौकस दिखी।नगर परिषद ने नगर के कुल15 घाटों पर 2लाख57हजार रुपए की सहयोग राशि पूजा कमेटी को प्रदान किया।साफ सफाई भी की।
छठ शांति से और बिना किसी अप्रिय घटना के पर्व संपन्न हो, इसके लिए बिहार सरकार के निर्देश पर व्यापक इंतजाम किए गए हैं।एसएसबी व पुलिस चौकसी में दिखी।मेडिकल टीम भी सक्रिय रही।