रक्सौल।(vor desk)।गुरुवार की शाम पलनवा थाना क्षेत्र के पखनहिया गांव में रसोई गैस रिसाव से लगी आग में झुलसे लोगों में बेतिया में इलाजरत अच्छे लाल साह की पत्नी गंगामती देवी की मौत शुक्रवार को इलाज के दौरान बेतिया मेडिकल कॉलेज में हो गई। वही रक्सौल के डंकन हॉस्पिटल में भर्ती दो मरीजों की भी स्थिति चिंताजनक है। फिलहाल हॉस्पिटल के डॉक्टर का कहना है धीरे-धीरे सुधार होगा। वही डंकन हॉस्पिटल में भर्ती रंजन कुमार उम्र 26 वर्ष को बेहतर इलाज के लिए परिजन रेफर पटना ले गए है। विशाल कुमार व मुकेश कुमार का डंकन हॉस्पिटल में ही इलाज चल रहा है। मुकेश की मां बबिता देवी बताती है कि मैं अपने बेटे को कहां और कैसे ले जाऊ। हमारे पास तो पैसा ही नही है। गांव से ही कर्ज मांग कर डंकन हॉस्पिटल में भर रहे है। पटना ले जाने में बहुत पैसा लगेगा हम सभी परिवार के लोग मजदूरी कर के घर का खर्च चलाते है। जमीन भी नही है जिसे बेच कर अपने पुत्र का इलाज करा सकू। वही दूसरा डंकन में भर्ती विशाल की शादी की बात चल रही थी तब तक ऐसा हादसा हो गया। विशाल का भी शरीर 70 प्रतिशत तक जल गया है। वही इस घटना से गाँव में मातम पसरा हुआ है। घायलों की संख्या तकरीबन 40 के आसपास है। सभी एक ही पटीदार के बताए जा रहे है। इस घटना में तकरीबन 10 घर के लोग प्रभावित हुए है। किसी के घर के तीन सदस्य तो किसी के घर में चार सदस्य जले हुए है। वही गृह स्वामी अच्छे लाल साह की पत्नी गंगा मति देवी(50) की मौत हो गई है। वही उनकी पतोह की भी हालत गंभीर बनी हुई है। बीती रात्रि में डंकन ने जिन तीन घायलों कन्हैया कुमार, मिथलेश शाह व विनोद कुमार को रेफर किया था ।उन्हें भी बीरगंज नेशनल मेडिकल कॉलेज ने गंभीर हालात देख रेफर कर दिया है। उनके परिजन उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना ले गए है। वही गांव वाले व परिजनो के बताया कि इतने बड़े घटना के बावजूद सरकार व स्थानीय प्रशासन से कोई सहूलियत नही मिल पाया है। जितने लोग घायल है। अधिकांश गरीबी रेखा में आते है। कर्ज मांग कर इलाज करा रहे है। पीड़ित के भाई संजीत साह ने बताया अभी तक कोई जनप्रतिनिधि मिलने तक नही आया।अधिकारी भी देखने नही आए।