रक्सौल।(vor desk)।स्थानीय रक्सौल जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक से शनिवार को सांसद डॉ.संजय जायसवाल द्वारा रक्सौल–मेहसी के बीच सवारी गाड़ी के परिचालन हेतु 11.15 बजे उद्घाटन किया जाएगा।इसकी अंतिम तैयारी काफी जोर शोर से हो रही है।एक ओर स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा ट्रेन परिचालन पर हर्ष व्यक्त करते हुए सांसद को धन्यवाद का बड़ा बैनर लगाया है,तो दूसरी ओर स्टेशन रोड में अनधिकृत लगने वाली फोल्डिंग दुकानें हटा दी गई है।वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन की स्थिति यह है कि कार्यक्रम के पहले स्टेशन के मुख्य द्वार का रंग रोगन,सफाई,सफेदी का कार्य चल जारी है।यहां तक की स्टेशन सुप्रीटेंडेंट चेंबर का साइन बोर्ड की मरम्मती चल रही है।
वहीं,अधिकारी प्लेटफार्म पर जनसभा को संबोधित करने के लिए मंच बना रहे है। इसके लिए स्टेशन प्लेटफार्म संख्या एक पर मंच बना है। लेकिन लोग असमंजस में है कि इस समारोह में वे कैसे भाग लेंगे,क्योंकि बिना टिकट प्लेटफार्म पर प्रवेश करना कानूनन जुर्म है।ऐसे लोग पकड़े भी जाते है और जुर्माना या जेल भी होती है।फिर इतने बड़े समारोह में बिना किसी सार्वजनिक घोषणा के लोग कैसे शामिल होंगे।वही,स्थानीय लोगों का कहना है प्लेटफार्म पर बिना किसी सुरक्षा तैयारी के कार्यक्रम कैसे आयोजित किए जा रहे है,क्योंकि जहां जनता के जनप्रतिनिधियों की सभा होती है,वहां तो जनता की उपस्थिति लाजिमी है।अगर बिना प्लेटफार्म टिकट लोग इस सभा में शरीक हुए तो उनके खिलाफ रेल प्रशासन बिना टिकट अनधिकृत प्रवेश को लेकर कार्रवाई कर सकती है।अगर वैसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो रेल प्रशासन पर पक्षपाती होने का आरोप लग सकता है।अगर सभा सार्वजनिक है तो डीआरएम या रेल प्रशासन को इसके लिए सर्वसाधारण के लिए सार्वजनिक आमंत्रण की घोषणा करने चाहिए।
वही,अंबेडकर ज्ञान मंच के केंद्रीय अध्यक्ष रवींद्र कुमार का कहना है अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टेशन होने के बाद भी सुरक्षा मानकों की जबरदस्त अवहेलना हो रही है।संदिग्ध वस्तुओं की जांच के लिए पूछताछ खिड़की के सामने स्कैनर मशीन लगा है लेकिन कभी जांच नही होती और मुख्य प्रवेश द्वार पर कोई सुरक्षा के जवान या अधिकारी भी नही रहते।देशी विदेशी पर्यटक या कोई संदिग्ध व्यक्ति प्रवेश करे,कोई पूछनेवाला नही।
स्थिति ऐसी है कि प्लेटफार्म पर किसी प्रकार के हादसे हो तो उसे संभालना मुश्किल हो सकता है।बावजूद,स्टेशन प्लेटफार्म पर सभा करना सुरक्षा मानकों के विपरीत है।इसे रेल प्रशासन को गंभीरता से लेने चाहिए।जनसभा तो रेलवे प्लेटफॉर्म से बाहर भी किया जा सकता है।इधर,रेल प्रशासन का कहना है कि महज ढाई सौ लोगों के लिए सभा स्थल पर प्रवेश की तैयारी है।
इस पर पूर्व विधान सभा प्रत्याशी सह राजद नेता राम बाबू यादव ने कहा है कि प्लेटफार्म पर ऐसा आयोजन सुरक्षा मानकों से खिलवाड़ है और हादसे को आमंत्रित करता दिख रहा है।क्योंकि,प्लेट फार्म एक से ज्यादा और महत्वपूर्ण ट्रेन खुलती है।वहीं,उन्होंने भाजपा के होर्डिंग लगाने पर कहा कि महा गठबंधन को भी ऐसी छूट मिलने चाहिए।जबकि,सामाजिक कार्यकर्ता नूरुल्लाह खान ने सवाल किया कि भाजपा का होर्डिंग रेलवे स्टेशन पर किसकी अनुमति से लगाया गया है?यदि अनुमति नही ली गई है,तो,जांच कर करवाई होनी चाहिए।प्लेटफार्म पर आगामी दीपावली छठ पर्व के भीड़ के बीच यह कार्यक्रम स्थल अनुचित है,इसे प्लेटफार्म के बाहर होना चाहिए।
बीच मोतिहारी जाने वाले एक दैनिक रेल यात्री सुभाष प्रसाद यादव ने इस हालत पर तंज किया कि -केंद्र में बारन जब मोदी बाबा,सभा कही हो सकता है,प्लेटफार्म हों या रेल के डब्बा!
क्या कहते है स्टेशन अधीक्षक
रक्सौल के स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार सिंह ने कहा है कि रेल प्रशासन ने उद्घाटन कार्यक्रम में सभी लोगों को आमंत्रित किया है।ऐसे में हम करवाई क्यों करेंगे।उन्होंने कहा कि कार्यक्रम स्थल पर ढाई सौ कुर्सी लगाई गई है।यह स्थल वरीय अधिकारियो के आदेश से तय हुआ है।उन्होंने कहा कि रेलवे ऐसा कोई होर्डिंग पोस्टर नही लगाती।आचार संहिता लगने पर ऐसे बैनर पोस्टर हटा दिए जायेंगे।उन्होंने कहा कि जो होर्डिंग लगा है कि वह माननीय सांसद का है।