रक्सौल (vor desk)। नेपाल भारत सीमा के पिलरो के मेंटेनेंस और रंग रोगन की प्रक्रिया शुरू की गई है। सीमा के नो मेंस लैंड में पिलर की मरम्मती का कार्य नेपाल के एपीएफ (सशस्त्र बल) के द्वारा कराया जा रहा है।पूर्वी चंपारण जिला से लगे परसा जिला प्रशासन कार्यालय के अधिकारियों के सहभागिता में नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स की 13 वीं बटालियन के द्वारा परसा जिला क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सीमा स्तंभों का रंग-रोगन एवं मरम्मत कार्य शुरू किया गया। परसा जिला की ओर से स्थानीय वार्ड अध्यक्ष महमद रियाज़, वार्ड अध्यक्ष परशुराम चौरसिया की उपस्थित में यह कार्य गुरुवार की सुबह शुरू हुआ।
मौके पर भारतीय सीमा क्षेत्र की ओर से रक्सौल स्थित एसएसबी47बटालियन पनटोका के टूआईसी अनिन्द्र मणि, डिप्टी कमांडेंट दीपक सबिता समेत अन्य की उपस्थिति रही।
इस दौरान दोनों देश के सीमा सुरक्षा बल व नेपाल सशस्त्र बल ने बॉर्डर के नक्शा से पिलर व बॉर्डर की जानकारी ली। इस दौरान दोनों देशों के अधिकारियों ने बताया कि सम संख्या वाले पिलर की देख रेख भारत के एसएसबी जवानों के द्वारा कराया जाता है वही विषम संख्या वाले पिलर की देख रेख नेपाल एपीएफ के द्वारा कराया जाता है।
सम संख्या वाले पिलर की मरम्मती भारत के द्वारा जून में ही कंप्लीट कर लिया गया है। वही जब नेपाल एपीएफ के डीएसपी देवेंद्र बहादुर सिंह से इस बारे में पूछा गया कि यहां सीमा व पिलर को लेकर कोई विवाद तो नही है, जिस पर उन्होंने बताया कि इस यहां ऐसा कोई विवाद नही है। पिलर की साफ सफाई, जो टूटा है उसे रिपेयर कर रंगाई किया जा रहा है। वही दोनो देशों के अधिकारियों ने बताया की कुछ शरारती तत्वों के द्वारा छोटे पिलर के साथ छेड़छाड़ किया जाता है लेकिन दोनों देशों के जवानों द्वारा समन्वय कर उस पिलर को ठीक कर दिया जाता है।
इधर,नेपाल के परसा जिला के आर्म्ड पुलिस फोर्स के एसपी कृष्ण कर्मचार्य के नेतृत्व में यह कार्य चल रहा है।इस बाबत उन्होंने बताया की रूटीन वर्क के तहत यह मेंटेटेंस और रंग रोगन किया जा रहा है।नेपाल भारत सीमा के सभी सीमा स्तंभ की जांच,मरम्मती और रंग रोगन होना है।जिसकी शुरुआत पूर्वी चंपारण के रक्सौल के वार्ड 4स्थित सुंदरपुर के पिलर संख्या 391/4 की मरम्मत व रंगाई-पुताई का कार्य के साथ हुआ ।