* रेफर की गई गर्भवती महिला के परिजनों ने डीएम और सीएस से की शिकायत,लगाया लापरवाही का आरोप
*अस्पताल प्रबंधन ने जारी किया ड्यूटी पर रहे जीएनएम,ममता और सिक्यूरिटी गार्ड को सो काज
रक्सौल।(vor desk)। रक्सौल स्थित अनुमंडल अस्पताल स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही और विवादों के कारण मरीजों के लिए जानलेवा साबित होने लगा है।स्वास्थ्यकर्मियों की कर्तव्यहीनता ने प्रसव पीड़ा से छटपटाती महिलाओं पर भी भारी पड़ने लगा है।ऐसा ही एक वाक्या बुधवार को प्री नेटल वार्ड में देखने को मिला,जिसमें प्रसव पीड़ा से छटपटाती और परेशान गर्भवती महिला फर्श पर गिर गई किंतु उसकी निगरानी के लिए कोई स्वास्थ्यकर्मी नही था।एक ओर प्रसव में लापरवाही को ले कर डीएम को शिकायत की गई है,वहीं,इस वाक्ये का वीडीओ तेजी से वायरल होने लगा है,जिसमें कथित डिलेवरी का मामला चर्चे में आ गया।।वायरल विडियो ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और कुप्रबंधन को जगजाहिर कर दिया।इस मामले के सामने आने के बाद हडकंप मच गया है।हालाकि vor इस वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नही करता।इस बीच प्रबंधन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जी एन एम सुजाता रानी,ममता फुलकली देवी,धर्मा देवी,संध्या देवी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जबाव मांगा गया है।
वहीं,प्रतिबंध के बावजूद न्यू नेटल वार्ड में कई पुरुषों के प्रवेश और विडियो बना कर वायरल करने के मामले में भी सिक्युरिटी गार्ड मुन्नी लाल राम, नरेश ठाकुर,प्रकाश कुमार,को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक,यह वाक्या रक्सौल के बड़ा परेऊवा की एक महिला के साथ हुआ।जो 13,सितंबर बुधवार की सुबह ही अस्पताल आई थी।वह प्री नेटल वार्ड में रखी गई और टहल रही थी। प्रसव पीड़ा से परेशान उक्त गर्भवती महिला की अचानक तबियत बिगड़ी और छटपटाते हुए गिर पड़ी और फर्श पर ही प्रसव हो गया।परिजनो का आरोप है कि इस क्रम में कोई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नही थीं,बल्कि,वहां उपस्थित अन्य महिलाएं आगे आई और हो हल्ला किया।उसे स्ट्रेक्चर तक नही उपलब्ध कराया गया,पैदल लेबर रूम ले जाया गया। अस्पताल प्रबंधन का दावा है महिला बेड से गिर गई।ममता के सूचना पर जी एन एम उसे लेबर रूम ले गई और वहां प्रसव हुआ ।घटना बुधवार को दोपहर 1.26बजे हुई। उस समय लेबर रूम में जी एन एम सुजाता रानी और रश्मि कुमारी समेत ममता कार्यकर्ताओं की ड्यूटी थी।
पैदा हुई मृत बेबी :अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि उक्त गर्भवती महिला की प्रसव तिथि 15दिन पूर्व थी।लेकिन,उसे दर्द नही हुआ।वह अस्पताल विलंब से आई,जिस पर नाराजगी भी जताई गई।गिरने के बाद उसे प्रसव वार्ड लाया गया। जहां उसने मृत बेबी को जन्म दिया।वह प्री मैच्योर बच्ची थी।अस्पताल के चिकित्सको का कहना है कि यह डीफर्टिलिटी का मामला है । प्रभारी डा अमित जायसवाल ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है।
*लापरवाही देख दूसरे अस्पताल गई गर्भवती महिला, डीएम और सीएस से शिकायत
मंगलवार को प्रसव के लिए पहुंची रक्सौल के सीहोरवा की रेखा देवी(22)के परिजन ने डीएम और सीएस को लिखित शिकायत कर न्याय और करवाई की मांग की है।आवेदन में भतीजा अमन कुमार ने शिकायत किया है कि भर्ती होने के दूसरे दिन बुधवार की सुबह अचानक बीपी बढ़ गई।बावजूद,डॉक्टर और जी एन एम ने ना दवा दी और ना केयर किया।इसी बीच रुखसाना खातून का प्रसव फर्श पर हुआ।कोई देख देख नही कर रहा था।इस हालत के बाद हमने सूचना दी।बाद में हमको धमकी दी गई और रेफर कर दिया गया।इस वजह से हमे निजी चिकित्सकीय संस्थान जाना पड़ा, जहां बच्ची का जन्म हुआ।इस कुप्रबंधन और लापरवाही को वजह से मानसिक और हजारों रुपए की आर्थिक क्षति झेलनी पड़ी। पूछने पर मेडिकल ऑफिसर डॉ सौरभ कुमार ने बताया कि बीपी की शिकायत हुई थी।बाद में परिजन दवा लिखा कर रेफर कराके ले गए।
*क्या कहते है अधिकारी
प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक डा अमित जायसवाल का कहना है कि छुट्टी पर होने की वजह से यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं था।इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अग्रतर करवाई शुरू कर दी गई है।उन्होंने माना कि देख भाल में लापरवाही बरती गई है।जिसको ले कर जी एन एम और ममता कार्यकर्ताओ पर सो कॉज नोटिस जारी किया गया है।प्रसव कक्ष में पुरुषों का प्रवेश वर्जित है।बावजूद पुरुषो का जमघट हुआ और विडियो बना कर वायरल किया गया।जिसको ले कर सभी सिक्युरिटी गार्ड को भी सो काज किया गया है।उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जायेंगे, उन पर कड़ी कारवाई की जायेगी। कोई लिखित शिकायत नही मिली है।