रक्सौल।(vor desk)।स्वास्थ्य के क्षेत्र में मनमानी रवैये पर अब कड़ाई से नकेल कसा जा रहा है। बिना अनुमति व नियम विरूद्ध धड़ल्ले से दर्जनों पैथेलॉजीकल जांच केंद्र संचालित किये जा रहे है। ऐसे में गलत जांच रिपोर्ट लोगों के लिए जानलेवा भी साबित हो रहा है।वहीं, निजी केंद्रों पर मरीजों से मनमाना रेट भी वसूला जा रहा है। ऐसे मामले स्वास्थ्य नियमों के साथ भी खिलवाड़ है। जिसको देखते हुए पूर्वी चंपारण के सिविल सर्जन डॉक्टर अंजनी कुमार सिंह के निर्देश पर रक्सौल में अवैध और नियम विरुद्ध चल रहे पैथलोजी केंद्रों की जांच शुरू कर दी गई है।इससे हड़कंप मचा हुआ है।
मिली जानकारी के मुताबिक,विभाग के निर्देश पर रक्सौल अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर राजीव रंजन कुमार ने जांच के लिए टीम गठित की है ।
टीम में शामिल मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अमित कुमार जायसवाल और डॉक्टर अजय कुमार के नेतृत्व में लगातार जांच की जा रही है।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि रक्सौल में कुल 13रजिस्टर्ड पैथोलोजी जांच केंद्र है।जबकि,रक्सौल नगर समेत प्रखंड में करीब तीन दर्जन पैथोलौजी जांच केंद्र संचालन में होने की सूचना है,जिसमे अधिकांश नियम विरुद्ध संचालित हो रहे हैं ।कई केंद्र डॉक्टर की जगह लैब टेक्नीशियन के भरोसे चल रहे हैं।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि टीम की जांच में इकरा जांच घर (कौड़िहार)
स्टार जांच घर( भेलाही) और
विकास जांच घर,गम्हरिया को नियम विरुद्ध संचालन में पाते हुए विभाग को रिपोर्ट प्रेषित की गई है।
अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर राजीव रंजन ने बताया कि गठित टीम लगातार जांच में सक्रिय है।रिपोर्ट मिलने के बाद अवैध और अनियमित ढंग से संचालित पैथलॉजी केंद्रों पर विधि सम्मत करवाई की जायेगी।(रिपोर्ट:पीके गुप्ता)