रक्सौल।(vor desk)।बिहार से लेकर महाराष्ट्र तक 7 राज्यों में जाली नोटों के तस्करों का नेटवर्क फैला हुआ है। पाकिस्तान में बैठा सरगना सैयद मोहम्मद शफी काठमांडू के रास्ते नोटों की आपूर्ति करता है। दिल्ली एनआईए की ओर से फरार घोषित एक लाख के इनामी असलम अंसारी उर्फ गुलटेन ने 31 जुलाई को रक्सौल में गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई अहम खुलासा किया हैं।इस इनपुट के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक,नेपाल के रास्ते देश के कई राज्यों में पाकिस्तान में छपे जाली नोटों का प्रसार कराने वाले नेटवर्क के बारे में पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है।
असलम नेपाल के पर्सा जिले का रहने वाला है। असलम ने पूछताछ में पता चला कि जाली नोटों का गिरोह बिहार के अलावा बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान व महाराष्ट्र तक फैला है। नकली नोटों की आपूर्ति पाकिस्तान में बैठा सरगना सैयद मोहम्मद शफी काठमांडू के रास्ते करता है। शफी ने अपना नेटवर्क ईरान तक फैला रखा है।
*असलम के धंधा में कौन है पार्टनर?
पुलिस की जांच में सामने आया कि असलम पहले नेपाल के निवासी मोहम्मद अली अख्तर अंसारी के साथ मिलकर जाली नोटों का धंधा करता था। 30 सितंबर 2015 में अली की गिरफ्तारी के बाद उसने गिरोह की कमान थाम ली। धीरे-धीरे उसका संपर्क पाकिस्तान के धंधेबाजों से हुआ। उसका नेटवर्क दिल्ली में तब खुला, जब 2019 में पाकिस्तान में छपे उच्च गुणवत्ता के पांच लाख 50 हजार के जाली भारतीय नोट के साथ एनआईए ने गिरफ्तार किया था।
*नेपाल के रास्ते आते हैं दो क्वालिटी के जाली नोट
न्यायालय से जमानत मिलने के बाद असलम फरार था। नेपाल की राजधानी काठमांडू में साल 2000 से धंधेबाजों का मजबूत नेटवर्क काम कर रहा है। भारत में नेपाल के रास्ते दो तरह के जाली नोट आते हैं। एक पाकिस्तान में छपे उच्च गुणवत्ता वाले और दूसरा उसकी कॉपी।
*दोनों जाली नोटों में है यह है अंतर
उच्च गुणवत्ता के नोट बिल्कुल भारतीय रुपये की तरह होते हैं। इसे सामान्य आदमी नहीं पहचान सकता। उसका कागज और उसमें लगा तार भी पूरी तरह भारतीय नोट की तरह होता है। 50 से 60 हजार के असली नोट देने पर पाक निर्मित उच्च गुणवत्ता के एक लाख मूल्य के जाली भारतीय नोट मिल जाते हैं। वहीं सामान्य गुणवत्ता वाले नोट 30 से 35 हजार में एक लाख मूल्य के जाली नोट मिल जाते हैं।
*असलम के कनेक्शन की जांच जारी:एसपी
पूर्वी चंपारण के एसपी कांतेश कुमार मिश्र का कहना है कि
जाली नोट के धंधेबाज असलम अंसारी उर्फ गुलटेन की गिरफ्तारी के बाद इसके कई राज्यों में फैले धंधेबाजों का पता चला है। पूछताछ के दौरान उसके पाकिस्तान से भी संबंधों की जानकारी मिली है। इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है।