रक्सौल।(vor desk)।मानवता को शर्मशार करने वाली एक घटना सामने आई है,जिसमे एक व्यक्ति ने अपने नवजात शिशु समेत पत्नी को जंगल में मरने के लिए छोड़ कर फरार हो गया।आशंका है कि महिला को विष दिया गया था,ताकि,वह किसी भी तरह जिंदा ना बचे।लेकिन,कहते हैं कि जाको राखे साइयां मार सके न कोय!
मामला नेपाल के बारा और रौतहट जिला की सीमा स्थित धनसार पुल और भमरा पुल के पास दक्षिणी जंगल क्षेत्र का है।स्थानीय लोगों और यात्रियों ने बुधवार की सुबह एक शिशु को रोते हुए देखा ।जिसके बाद पुलिस पहुंची और नियंत्रण में ले कर छान बीन शुरू की,तो,अर्द्ध बेहोश हालत में शिशु की मां भी मिल गई।
मिली जानकारी के मुताबिक,निजगढ़ पुलिस टीम द्वारा स्थानीय लोगों के सहयोग से जंगल में एक झाड़ी से चार माह के शिशु को रोते हुए बरामद किया ।जब पुलिस ने जांच पडताल शुरू की,तो,जंगल के बीच पगडंडी पर महिला रोते हुए अपने बच्चे को खोजते बदहवाश पाई गई।उसे बच्चे की तस्वीर दिखाई गई,तो,उसने बताया कि वह मेरा पुत्र ही है।
महिला ने जो कहानी सुनाई,वह हैरान करने वाला था।उसने बताया कि वह मोतिहारी( पूर्वी चंपारण )की रहने वाली है। पति गुड्डू सिंह उसे घूमने के बहाने बीच जंगल में ला कर छोड़ कर भाग निकले। पता नही क्या क्या खिलाया पिलाया कि वो बेहोश जैसी हो गई।बारिश में भीगने के बाद होश आया तो बच्चा भी उससे जुदा था।वह भूखे प्यासे बच्चे और पति की खोज में भटक रही थी कि पुलिस मदद को सामने आई।उसने बच्चे की हालत देखने के बाद मोतिहारी ससुराल जाने के बजाए अपने मायके जाने की बात कही।
महिला का कहना है कि पति गांव के ही एक लडकी से इश्क के चक्कर में था और उसे एक घर में ला कर रखा था।विरोध करने पर मार पीट की जाती थी।जब बच्चा हुआ तो अब हम दोनो को मरने के लिए जंगल छोड़ गया।उसने बताया कि सीतामढ़ी से एक मित्र के फोर व्हीलर से उसे नून थर मंदिर दर्शन कराने के नाम पर लाया गया था।
इधर,शिशु और महिला दोनो को पानी कीचड़ से सना हुआ पाया गया।महिला की शारीरिक और मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।जिसके बाद कलैया स्थित प्रादेशिक अस्पताल में इलाज आदि की पहल की गई है।
चिकित्सक मुन्ना साह ने जांच के बाद बताया कि शिशु मिट्टी में सना हुआ था और माथे पर जख्म देखा गया।
निजगढ़ पुलिस कार्यालय के इंस्पेक्टर घन श्याम श्रेष्ठ ने बताया कि महिला के आग्रह पर उसके मायके वालों को खबर करने की प्रक्रिया की जा रही है।उनके आने के बाद ही बच्चे की अधिकारिता की पुष्टि होगी और दोनो को उनके परिजनों के जिम्मे लगाया जाएगा।उन्होंने बताया कि मामले में अग्रतर करवाई की जा रही है। शिशु का स्वास्थ्य सामान्य है।