Saturday, November 23

रक्सौल के गेट ग्रिल व्यवसाई की चनपटिया में रेल से कट कर मौत,परिजनों में कोहराम,रेल पुलिस कर रही जांच!

बेतिया/रक्सौल।(vor desk)। पश्चिम चंपारण के चनपटिया रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की चपेट में आने से रक्सौल निवासी वीर बहादुर शर्मा की बुधवार को मौत हो गई । बताया गया है कि मृतक चनपटिया में रहने वाले बहनोई के घर गए थे, जहां से लौटते वक्त ट्रेन की चपेट में आने से उक्त हादसा हो गया ।इधर,सूचना मिलते ही रक्सौल के वार्ड 11स्थित घर पर मातम का माहौल कायम हो गया।शव आने के बाद माहौल गमगीन रहा और गम के माहौल में अंत्येष्टि कर दी गई।

बताया गया कि बुधवार को रेल पुलिस ने शव को चनपटिया रेलवे स्टेशन के समीप ट्रैक पर क्षत-विक्षत अवस्था में बरामद किया। मृतक व्यक्ति की पहचान पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल थाना क्षेत्र के नागा रोड निवासी गेट ग्रील व्यवसायी वीर बहादुर शर्मा (49) के रूप में कि गई है।

रेल पुलिस फोर्स के जमादार सुजीत कुमार ने कहा कि वीर बहादुर शर्मा का शव चनपटिया रेलवे स्टेशन के पास दोनों पटरियों के बीच क्षत-विक्षत अवस्था में मिला है। गवाहों के अनुसार किसी अज्ञात ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मृत्यु हुई है। परंतु मृत्यु के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से चलेगा। पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया है।

मंगलवार की शाम चनपटिया में आएं थे

मृतक के पुत्र रंजन कुमार ने कहा कि रक्सौल के कौड़ीहार चौक पर व्यवसाय है। उनके पिता वीर बहादुर शर्मा अपने बहनोई गोपाल शर्मा के यहां चनपटिया में मंगलवार की संध्या आएं थे। बुधवार की सुबह वे चनपटिया स्टेशन से ट्रेन पकड़कर घर जाने के लिए निकले। बाद में सूचना मिली कि उनकी मृत्यु किसी अज्ञात ट्रेन की चपेट में आने से हो गई है। रेल पुलिस इस मामले में अस्वभाविक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

परिवार पर टूटा विपत्तियों का पहाड़

मृत बीरबहादुर शर्मा की पत्नी सुदामा देवी ने रोते हुए बताया कि जीआरपी पुलिस ने जब मोबाइल पर सूचना दी तो सहसा विश्वास नही हुआ।वे चनपटिया में अपने बहन बहनोई के घर गए थे,जो अब जीवित नही है । वे भांजो से मिल कर लौट रहे थे।

सुदामा देवी ने बताया कि चार वर्ष पूर्व बड़ा पुत्र भी घर से निकला और आज तक नही लौटा।उसकी पत्नी और दो बच्चे हैं।उन्होंने बताया कि घर में कमाने वाला कोई नही है,क्योंकि,उनके दोनो बेटे अभी छोटे हैं।अब कैसे दिन कटेगा,यही सोच कर परिजन बेहाल हैं ।

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