Wednesday, November 27

आशा कार्यकर्ताओं के राज्यव्यापी हड़ताल के तीसरे दिन भी रक्सौल अनुमंडल अस्पताल में तालाबंदी जारी , एसडीओ रविकांत सिन्हा ने दिया अल्टीमेटम!

एसडीओ रवि कांत सिन्हा ने कहा’कार्य बाधा डालने के विरुद्ध दर्ज होगी एफ आई आर

रक्सौल।(vor )। बीते तीन दिनों से आशा कार्यकर्ताओं के राज्य व्यापी अनिश्चितकालीन आंदोलन के तीसरे दिन भी रक्सौल अनुमंडलीय अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य गेट में तालाबंदी जारी रही। अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने जम कर विरोध प्रदर्शन किया और धरना दिया।इधर,प्रति दिन करीब चार सौ मरीज इस अस्पताल में आते हैं,लेकिन,आंदोलन की वजह से उन्हें इलाज से वंचित होना पड़ रहा है।जिसको देखते हुए अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर राजीव रंजन कुमार ने जब ओपडी खुलवाने की कोशिश की तो जम कर बवाल मचा और उनके खिलाफ खूब नारेबाजी हुई।इसकी जानकारी मिलते ही

आशा कार्यकर्ताओं को समझाते अस्पताल उपाधीक्षक


शुक्रवार को एसडीओ रविकांत सिन्हा व एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार ने अस्पताल पहुंचकर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए ज्ञापन का हवाला देते हुए उन्हे शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन करने को कहा।उन्होंने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि आपलोग ओपीडी बंद नही कर सकते। आप लोग अस्पताल का ताला खोले व मरीजों को इलाज कराने दे। लेकिन आशा कार्यकर्ता अस्पताल के मुख्य द्वार को खोलने का नाम नहीं ले रही थी।इस पर नाराजगी जताते हुए एसडीयो श्री सिंहा ने अल्टीमेटम दिया कि ताला नही खुला तो कारवाई होगी।उन्होंने अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर राजीव रंजन को निर्देशित किया कि कार्य में बाधा डालने के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया करें।

सख्त तेवर: एसडीओ ने दिया अल्टीमेटम

इधर,संघ की अध्यक्ष सुदामा देवी, सचिव माला देवी, कांती देवी, मीरा देवी, प्रिया देवी, सीमा देवी, रेणु देवी, शहनाज खातुन, नजमा खातुन, सुनैना देवी, इंदु श्रीवास्तव, शोभा देवी, मालती देवी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार आशा कार्यकर्ता को राज्य कर्मी का दर्जा देने, 10 हजार रुपए मानदेय देने सहित अन्य मांगों को जब तक पूरी नहीं करती तबतक संघ के आह्वान पर हड़ताल को जारी रखा जाएगा।उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप मढ़ा की जब वे प्रसव के लिए मरीज को ले कर अस्पताल पहुंचती हैं,तो,वेतन पाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उनसे कमीशन की मांग की जाती है। उनके साथ उचित व्यवहार नही किया जाता। यहां तक कि मान देय के लिए भी घुस देना होता है।

आशा कार्यकर्ताओं के हड़ताल से ओपीडी सेवा प्रभावित

आशा कार्यकर्ता के द्वारा जारी हड़ताल को लेकर अस्पताल में सिर्फ इमरजेंसी और डिलिवरी सेवा को छोड़ बाकी सभी कार्यों को ठप कर दिया गया है। ओपीडी सेवा भी पूरी तरह से प्रभावित है। जिस कारण अस्पताल में ओपीडी दिखाने आने वाले मरीज भी बीते तीन दिनों से वापस जा रहे है व परेशान नजर आ रहे है।

शुक्रवार को अस्पताल के उपाधीक्षक डा. राजीव रंजन ने भी आशा कार्यकर्ताओं को समझाया कि आपसभी हड़ताल जारी रखे पर ओपीडी सेवा जारी रहने दे।

इस बाबत अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डा. राजीव रंजन ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं के हड़ताल के कारण ओपीडी सेवा पूरी तरह प्रभावित हो गयी है। जिसकी लिखित सूचना जिला को दिया जा रहा है,निर्देश पर अग्रतर करवाई होगी।

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